बीकानेरब्रेकिंग न्यूज़राजस्थानव्यापार
मेघराज सिंह रॉयल को मिला ‘एकात्म चेतना सम्मान 2025’
सौर ऊर्जा और ग्रामीण रोजगार सृजन में नवाचार के लिए सम्मानित

राजस्थान हेड डॉ राम दयाल भाटी
बीकानेर, 12 अक्टूबर 2025।
बीकानेर के लक्ष्मी निवास पैलेस में आयोजित यूनाइटेड ग्लोबल पीस फाउंडेशन (यूजीपीएफ) के राष्ट्रीय सम्मेलन का आज भव्य समापन हुआ। इस अवसर पर फाउंडेशन के चेयरमैन मेघराज सिंह रॉयल को ‘एकात्म चेतना सम्मान 2025’ से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें सौर ऊर्जा, ग्रामीण रोजगार सृजन और सामाजिक पुनर्निर्माण के क्षेत्र में उनके अभिनव कार्यों के लिए प्रदान किया गया।
सम्मान समारोह में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. शांतिश्री धुलिपुड़ी पंडित, बाली (इंडोनेशिया) के गांधी शांति प्रतिष्ठान के संस्थापक पद्मश्री अगुस इन्द्र उदयाना और यूनाइटेड कांशियसनेस के अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि विक्रांत सिंह तोमर ने संयुक्त रूप से मेघराज सिंह रॉयल को सम्मान प्रदान किया।
अपने संबोधन में मेघराज सिंह रॉयल ने कहा कि भारत की असली शक्ति उसके गाँवों में है। उन्होंने कहा कि जब तक सौर ऊर्जा, कौशल और आतिथ्य प्रबंधन को जोड़कर रोजगार के अवसर नहीं बनाए जाएंगे, तब तक आत्मनिर्भरता का लक्ष्य अधूरा रहेगा।
रॉयल ने बताया कि यूजीपीएफ ने अपने पहले चरण में 100 युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया है और संस्था का लक्ष्य आने वाले पाँच वर्षों में 45 लाख रोजगार सृजन का है।
—
ब्रिगेडियर जितेन्द्र सिंह शेखावत का प्रेरक संबोधन
सम्मेलन के दूसरे दिन ब्रिगेडियर जितेन्द्र सिंह शेखावत (शौर्य चक्र) ने “सेवा-शासन थीम” विषय पर प्रेरक विचार साझा किए।
उन्होंने कहा कि भारत की शासन परंपरा धर्म, नीति और जनता के कल्याण पर आधारित रही है।
उन्होंने यूजीपीएफ के “सेवा परमो धर्मः” दृष्टिकोण की सराहना करते हुए कहा कि फाउंडेशन युवाओं में राष्ट्रीय सेवा और नैतिकता की भावना को पुनर्जीवित कर रहा है।
—
यूजीपीएफ का विज़न 2030
यूजीपीएफ के निदेशक शक्ति सिंह बांदीकुई ने संस्था का “विज़न डॉक्यूमेंट 2030” और वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की।
उन्होंने बताया कि यूजीपीएफ का उद्देश्य “शांति, स्थायित्व और समृद्धि” के वैश्विक संवाद को भारत के प्राचीन “वसुधैव कुटुम्बकम्” दर्शन से जोड़ना है।
संस्था ने बीते वर्ष राजस्थान और मध्य प्रदेश में सौर ऊर्जा आधारित रोजगार मॉडल की शुरुआत की है।
इसके तहत युवाओं को ग्राम-आधारित प्रशिक्षण व इंटर्नशिप के माध्यम से 10,000 रुपये मासिक मानदेय के साथ रोजगार से जोड़ा गया है।
—
पर्यावरण और शासन पर विमर्श
सम्मेलन के दूसरे सत्र में “पर्यावरण – सेवा थीम” और “सेवा – शासन थीम” पर गहन चर्चा हुई।
विशेषज्ञों ने हरित ऊर्जा, सामाजिक जिम्मेदारी और शासन में पारदर्शिता पर महत्वपूर्ण सुझाव दिए।
इसके बाद सम्मेलन संयोजक ने “ईएसजी रूपरेखा फॉर समग्र कल्याण” पर रिपोर्ट प्रस्तुत की।
—
समापन समारोह और धन्यवाद ज्ञापन
समापन सत्र में अतिथियों एवं विशेषज्ञों को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर यूजीपीएफ के प्रधान सलाहकार विक्रांत सिंह तोमर, निदेशक शक्ति सिंह बांदीकुई, ब्रिगेडियर जितेन्द्र सिंह शेखावत, पूर्व आईएएस राजेन्द्र सिंह शेखावत, मीडिया सलाहकार के.के. बोहरा और प्रबंधक मुकेश मेघवंशी सहित कई प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
मीडिया सलाहकार के.के. बोहरा ने बताया कि सम्मेलन के निष्कर्षों और प्रस्तावों पर आधारित विशेष रिपोर्ट सोमवार को लक्ष्मी निवास पैलेस, बीकानेर में मीडिया के समक्ष प्रस्तुत की जाएगी।
—
भारत की चेतना और आधुनिक दृष्टि का संगम
यह दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन इस बात का प्रतीक बना कि भारत की प्राचीन चेतना और आधुनिक रणनीति के संगम से ही स्थायी शांति और समृद्धि का मार्ग प्रशस्त हो सकता है।
‘एकात्म चेतना सम्मान 2025’ से सम्मानित मेघराज सिंह रॉयल ने अपने कार्यों और विज़न से यह संदेश दिया कि सेवा, नीति और नवाचार के माध्यम से भारत पुनः विश्वगुरु बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।

Subscribe to my channel


