बेटे की शादी में भावुक हुए जेल मंत्री धर्मवीर प्रजापति

संवाददाता अंकित तिवारी
_*अभी कुछ एक दिन पहले की बात है, जब धर्मवीर प्रजापति कारागार एवं होमगार्ड राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के बेटे दिलीप प्रजापति को डेंगू से पीड़ित होने के कारण आगरा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बारात लड़की के घर नहीं पहुंची क्योंकि दूल्हा बीमार था। भला ऐसी स्थिति में बारात पहुंचती भी कैसे? जिसको लेकर मंत्रीजी से नफरत करने वाले लोगों ने यह कहकर प्रचारित किया था कि मंत्री जी दिलीप की शादी के खिलाफ हैं। इसलिए बीमारी का बहाना बनाकर वो इस शादी को रोकने का काम कर रहे हैं। अफवाहों और षडयंत्रो की इन कोशिशों को आज उस वक्त करारा झटका लगा, जब आज मंत्रीजी ने अपने उसी पुत्र का विवाह अपने सम्मुख सम्पन्न कराया। वधु के रूप में भी वही कन्या थी जिसे लेकर मंत्रीजी के विरोधियों ने अफवाहों और झूँठ की आधी चला रखी थो*_
_*अपने पुत्र से विवाहोपरांत मिलते वक्त आज मंत्री धर्मवीर प्रजापति भावुक हो उठे। उनकी आंखों में आंसुओं के रूप अपने पुत्र और बहू के लिए उनका सहज स्नेह स्पष्ट रूप से देखा जा सकता था। ये आंसू मानों किसी अग्नि परीक्षा से सकुशल गुजरने के भी प्रतीक लग रहे थे। क्योंकि उनके सार्वजनिक जीवन को जिस तरह से दागदार बनाने के कुत्सित प्रयास किये गए थे संभवतः वो सारे पल आज मंत्री जी आंखों के सामने से सहसा गुजर से गये थे*_