फिरोजाबाद में MBBS छात्र ने फांसी लगाकर की आत्महत्या,
प्राचार्या समेत पांच के खिलाफ मुकदमा दर्ज

फिरोजाबाद से अंकित कुमार की खास रिपोर्ट
फिरोजाबाद में एमबीबीएस के छात्र शैलेंद्र शंखवार ने शनिवार को मेडिकल कॉलेज परिसर में बने हॉस्टल में फंदे पर लटककर आत्महत्या कर ली साथी की मौत से आक्रोशित छात्रों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया
आपको बतादें कि उत्तर क्षेत्र के मोहल्ला कौशल्या नगर निवासी शैलेंद्र शंखवार मेडिकल कॉलेज में प्रथम वर्ष का एमबीबीएस छात्र था सुबह दस बजे से उसका फिजियोलॉजी का पेपर था शैलेंद्र अपने साथी गुलाब के साथ हॉस्टल के रूम नंबर 215 में रहता था गुलाब ने शैलेंद्र से पेपर देने को चलने के लिए कहा शैलेंद्र ने गुलाब से पांच मिनट बाद आने की बात कही थी गुलाब पेपर देने के लिए चला गया लेकिन शैलेंद्र ने कमरे को अंदर से बंद कर लिया और अंगोछे से फंदे पर लटककर जान दे दी छात्रों को इसकी जानकारी तब हो सकी जब वह परीक्षा छूटने के बाद अपने कमरे पर लौटे
गुलाब ने शैलेंद्र को कमरा खोलने को कहा, लेकिन अंदर से कोई जवाब नहीं आया इस बीच काफी संख्या में छात्र एकत्रित हो गए छात्रों ने दरवाजे को तोड़कर शैलेंद्र को फंदे से उतारा और जिला अस्पताल लेकर पहुंचे यहां चिकित्सक ने शैलेंद्र को मृत घोषित कर दिया इससे छात्राओं में आक्रोश फैल गया
छात्र-छात्राओं ने मेडिकल कॉलेज के स्टाफ और प्राचार्या डॉ. संगीता अनेजा पर शोषण करने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया मेडिकल छात्रों ने हाईवे जाम कर दिया सूचना पर एसपी सिटी सर्वेश मिश्रा और सीओ सिटी हरिमोहन सिंह के साथ नगर मजिस्ट्रेट मनोज कुमार पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे और आक्रोशित छात्रों को समझाया तब कहीं जाकर छात्र हाईवे से हटे मेडिकल छात्रों ने कॉलेज प्राचार्या, वार्डन तथा अन्य स्टाफ पर उत्पीड़न व अवैध वसूली का आरोप लगाया है दो घंटे तक नेशनल हाईवे को जाम रखा एसपी सिटी के समझाने पर छात्र हाईवे से हटे लेकिन प्राचार्य को हटाने की मांग को लेकर पोस्टमार्टम हाउस पर पहुंचकर धरना शुरू कर दिया जो देर रात तक जारी रहा उधर, पिता की तहरीर पर प्राचार्या समेत पांच के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने और एससीएसटी एक्ट में मुकदर्मा दर्ज कर लिया गया
छात्र शैलेंद्र के पिता उदय सिंह का कहना है कि बेटा लगातार कॉलेज में मानसिक उत्पीड़न किए जाने की शिकायत कर रहा था एक क्लर्क ने शुक्रवार को उसे स्कॉलपशिप फॉर्म भरने को लेकर भी परेशान किया था उनका बेटा मेडिकल कॉलेज प्रशासन का उत्पीड़न नहीं सह पाया और जान दे दी