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अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह का समापन: जसोल में मनाया गया ‘जीवन विज्ञान दिवस’

ब्यूरो चीफ सन्तोष कुमार गर्ग
जसोल, 07 अक्टूबर 2025 — अणुव्रत समिति जसोल द्वारा अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह (1 से 7 अक्टूबर 2025) के सातवें एवं अंतिम दिन “जीवन विज्ञान दिवस” का आयोजन मंगलवार को किया गया। यह कार्यक्रम साध्वी श्री रति प्रभाजी की अनुप्रेणा एवं सहवृति साध्वी श्री मनोग्ययशाजी तथा साध्वी श्री पावनयशाजी की पावन सानिध्य में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम का आयोजन प्रार्थना सभा के बाद श्रीमती सुआ देवी भंसाली बालिका राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, जसोल के प्रांगण में सुबह 10:30 बजे किया गया।
मुख्य अतिथि के रूप में प्रमुख समाजसेवी एवं पूर्व सरपंच श्री भंवरलाल भंसाली, तथा विशेष अतिथि के रूप में श्री सुरेश कुमार भंसाली (दानदाता श्री डूंगरचंद जी भंसाली के सुपुत्र) एवं श्री सुमेरमल गोठी (पायलावाले) उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत अणुव्रत गीतिका के गायन से हुई, जिसे श्री डूंगरचंद बगरेचा ने प्रस्तुत किया। तत्पश्चात साध्वी श्री पावनयशाजी ने प्रेरणादायक भजन — “विद्या के प्रांगण में नव अभियान होना चाहिए…” — गाकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
साध्वी श्री मनोग्ययशाजी ने अपने प्रवचन में “जीवन विज्ञान” की व्याख्या करते हुए कहा कि — “जीवन विज्ञान, जीवन जीने की कला है”। उन्होंने छात्राओं को योग, प्राणायाम और ध्यान के माध्यम से जीवन में सकारात्मकता लाने का संदेश दिया।
मुख्य अतिथि श्री भंवरलाल भंसाली ने कहा कि — “जसोल में बालिका शिक्षा की अत्यंत आवश्यकता थी, इसलिए श्री चंपालालजी, शंकरलालजी, रायचंदजी एवं डूंगरचंदजी भंसाली (बालकोनी परिवार) ने मिलकर इस विद्यालय का निर्माण कराया ताकि बालिकाओं को शिक्षा हेतु बाहर न जाना पड़े।”
विशेष अतिथि श्री सुरेश कुमार भंसाली ने विद्यालय विकास में हरसंभव सहयोग देने का आश्वासन देते हुए कहा कि — “विद्यालय में किसी भी आवश्यकता की पूर्ति के लिए नि:संकोच बताया जाए।” उन्होंने अपने पिता श्री डूंगरचंद जी भंसाली को याद करते हुए भावुक हो उठे।
श्री सुमेरमल गोठी ने कार्यक्रम में अणुव्रत साहित्य भेंट किया और भंसाली परिवार के योगदान को नमन किया।
विद्यालय की प्रधानाचार्य श्रीमती शशिबाला जी ने सभी अतिथियों का स्वागत किया एवं भंसाली परिवार का आभार प्रकट किया।
अणुव्रत समिति की ओर से श्री भंवरलाल भंसाली, श्री सुरेश कुमार भंसाली एवं श्रीमती शशिबाला जी को अणुव्रत दुपट्टा पहनाकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में श्रीमती इंद्रा देवी दवे, राजेंद्र व्यास, संतोष महेश्वरी, कांतिलाल व्यास, भारती नागौरा, सीमा अग्रवाल, बजरंग चौधरी, शोभा महेश्वरी, रामेश्वरी दयालचंद, धनवंती दवे, मुकेश सुथार, सुधारणी जैन सहित अनेक ग्रामीणजन उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन मंत्री सफरू खान ने किया।

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