पुलिस अधीक्षक ने क्रेशर मालिकों और डंफर मालिकों के साथ की मीटिंग

ब्यूरो चीफ सतीश कुमार महेंद्रगढ़ हरियाणा
सड़क दुर्घटनाओं को रोकने और उनमें कमी लाने के लिए जिला पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने क्रेशर मालिकों और डंफर मालिकों के साथ मीटिंग की। उन्होंने बताया कि वाहनों को तेज गति से चलाने के कारण सड़क हादसे ज्यादा होते हैं। हाल में ही गांव पांचनौता में हुए सड़क हादसे को संज्ञान में लेकर पुलिस कप्तान ने मीटिंग के दौरान सख्त निर्देश दिए कि ओवरलोड वाहन ना चलाएं और ना ही तेज गति से वाहन चलाएं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि क्रेशर से जाने वाले प्रत्येक डम्फर, ट्रक, हैवी व्हीकल के चारों तरफ रिफ्लेक्टर टेप लगाएं। उन्होंने डम्फर मालिकों को भी सख्त निर्देश दिए कि अपने वाहनों के चारों तरफ रिफ्लेक्टर टेप लगाएं। इसके साथ ही उन्होंने सख्त निर्देश दिए कि लापरवाही बरतने वाले पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने बताया कि दरअसल रात के समय अक्सर सड़क पर वाहन नजर नहीं आते, जिसकी वजह से एक्सीडेंट होने की सम्भावना बढ़ जाती है। अगर वाहनों पर एक चमकीली टेप(रिफ्लेक्टर टेप) को लगाया जाएगा तो रात को हेडलाइट्स की रोशिनी पड़ने पर टेप चमक जाएगी और यह आभास हो जाएगा की सामने कोई वाहन खड़ा है और चालक सतर्क भी हो जाएगा। इसलिए सभी वाहनों पर रिफ्लेक्टिव (चमकीला) टेप लगाएं।
मीटिंग के दौरान एसपी ने जिला के क्रेशरों से जाने वाले डम्फर, हैवी व्हीकल और उनके चालकों के संबंध में जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने मीटिंग में मौजूद सभी लोगों को निर्देश दिए कि ड्राइवरों की काउंसलिंग कराएं, चालकों को यातायात के नियमों के प्रति जागरूक करें। सभी व्हीकलों पर फॉग लाइट लगवाएं, कोहरे और रात के समय इंडिकेटर जलाएं। सख्त निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि सिर्फ चालक की वाहन को चलाएं, क्लीनर वाहन ना चलाए। कोहरे और रात के समय में ओवरटेक ना करें और तेज गति में वाहन ना चलाएं। उन्होंने बताया कि सर्दियों के दिनों में विशेष तौर पर ट्रक चालकों को गाडी की लाइट्स का सही इस्तेमाल करना चाहिए। कोहरे में पार्किंग लाइट्स का प्रयोग करना जरूरी है। यदि कोहरे का असर ज्यादा है तो पार्किंग लाइट ऑन कर वाहन चलाना चाहिए।
कोहरे में ट्रक, डम्फर या अन्य कोई भी वाहन चलाते समय वाहन की खिडक़ी थोड़ी खुली रखें। इससे सडक़ पर आने-जाने वाले वाहनों की आवाज सुनी जा सकती है।
कोहरे में ड्राइविंग कर रहे हैं तो वाहन की हैडलाइट को कभी भी हाई बीम मोड पर नहीं रखें। इससे कोहरे की लाइट का रिफ्लेक्शन ड्राइवर की आंखों पर पड़ेगा। इससे गाडी चलाने में परेशानी आ सकती है। इसलिए हैडलाइट को लो बीम मोड पर रखें। इससे सडक़ पर वाहनों का आवागमन साफ नजर आएगा।