
महाराष्ट्र संवाददाता सचिन एलिंजे: नियमों को ताक पर रखकर कुळगांव बदलापूर नगरपरिषद कि सीमा में अम्बेडकर गेट, मोहन पाम रोड, हंसिका ढाबा के पास, पिछले तीन से चार वर्षों से साहिल अपार्टमेंट बिल्डिंग की छत पर इडस कंपनी का एक मोबाइल टावर लगा हुआ है सूचना का अधिकार (आरटीआइ) के तहत मिली जानकारी के मुताबिक, इस मोबाइल टावर के लिए आवश्यक दस्तावेज, अनुमति के लिए आवश्यक प्रदूषण बोर्ड, पुलिस विभाग, स्वास्थ्य विभाग, और अग्नि सुरक्षा विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र, भूमि मालिक का सतबारा, मोबाइल कंपनी और इमारत के रहिवासी के बीच करार, सरकारी परिपत्र और नियम , सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत पाया गया कि नगर परिषद के पास कोई पंजीकरण दस्तावेज जैसे हर मासिक या वार्षिक निरीक्षण रिपोर्ट नहीं है।
माहिती अधिकार कार्यकर्ता महासंघ के बदलापूर प्रचार प्रमुख एवं स्थानिक पत्रकार सचिन एलिंजे ने बताया कि साहिल अपार्टमेंट में अवैध रूप से मोबाइल टावर लगाया गया है।बिना कोई संकल्प पारित किये इमारत के निवासियों को धोखा देकर एक व्यक्ति परस्पर निर्णय लेकर अपने फायदे के लिये भवन के समस्त अधिकार हड़प रहा है और धोखा देकर मनमानी कर रहा है। वह पिछले चार साल से लगातार पद पर बैठे हैं और कानून द्वारा इसकी अनुमति नहीं होने के बावजूद ‘मानधन’ ले रहे हैं !आरटीआइ के माध्यम से यह जानकारी हासिल की गई है कि टावर के बारे में नगर परिषद को कोई जानकारी नहीं है , मोबाईल टॉवर के लिये कोई परमीशन भी नहीं दिया ।
स्थानिक पत्रकार सचिन एलिंजे ने बताया कि आरटीआइ से यह बात स्पष्ट हो गई है कि इस भवन में टावर लगवाने के लिए सभी मापदंडों को भी पूरा नहीं किया गया और अधिकारियों की मिलीभगत से यह अवैध तरीके से लगाया गया है। इस संबंध माननीय प्रधानमंत्री, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री,ठाणे जिलाधिकारी, ठाणे पोलीस कमिशनर व नगर निगम , स्थानिक आमदार किशन कथोरे को शिकायत दी जा चुकी है। स्थानिक पत्रकार सचिन एलिंजे शिकायतकर्ता ने बताया जिनके नाम पर मोबाइल टावर का किराया वसूला जाता है उनके खिलाफ उचित दंडात्मक कार्रवाई की जाए और जो व्यक्ति दोषी हों उन पर उचित जुर्माना लगाया जाए. अगर दस दिन के अंदर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो हम कोर्ट में न्याय की गुहार लगाएंगे.क्षेत्र की समेत क्षेत्र के सभी लोग यहां टावर लगने से परेशान हैं।