देशबालोतराब्रेकिंग न्यूज़राजस्थानविश्वशिक्षास्वास्थ्य

जसोल में अणुव्रत समिति द्वारा “नशा मुक्ति दिवस” का आयोजन — साध्वी श्री रति प्रभा जी ने दिया संदेश, “नशा नाश का द्वार है

ब्यूरो चीफ सन्तोष कुमार गर्ग

 

जसोल, 05 अक्टूबर 2025

अणुव्रत समिति जसोल के बैनर तले एवं अणुव्रत विश्व भारती के निर्देशन में अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण जी द्वारा उद्घोषित अणुव्रत उद्घबोधन सप्ताह के तहत रविवार को पाँचवाँ दिवस “नशा मुक्ति दिवस” के रूप में पुराने ओसवाल भवन में मनाया गया। कार्यक्रम का आयोजन प्रबुद्ध साध्वी श्री रति प्रभा जी आदि ठाणा (4) के सान्निध्य में प्रातः 9:30 बजे आरंभ हुआ।

कार्यक्रम की शुरुआत साध्वी श्री जी ने मंगलाचरण के साथ की और उपस्थित जनसमूह को पर्यावरण संरक्षण तथा नशामुक्त जीवन के लिए प्रेरित किया। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि —

 “नशा नाश का द्वार है, नशा बीमारियों का घर है, नशा झगड़ों की जड़ है और यह परिवार की बर्बादी का अड्डा है।”

साध्वी श्री रति प्रभा जी ने आगे कहा कि –

 “हँसते-खिलते, फलते-फूलते परिवार को सड़क पर लाने का शॉर्टकट रास्ता नशा है, इसलिए नशे को हमेशा ‘ना’ कहें।”

अणुव्रत मंत्री सफरू खान ने बताया कि अणुव्रत समिति जसोल ने एक दिन पूर्व, 4 अक्टूबर 2025 को श्री एस.एन. वोहरा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में भी पर्यावरण शुद्धि एवं नशा मुक्ति दिवस मनाया था। उन्होंने बताया कि आचार्य श्री महाश्रमण जी के 6-7 जनवरी 2023 के जसोल प्रवास के दौरान दिए गए नशा मुक्ति संदेश का बैनर भी इस अवसर पर लोकार्पित किया गया था।

सफरू खान ने विभिन्न देशों में पर्यावरण जागरूकता के आँकड़े साझा करते हुए बताया कि —

कनाडा का प्रत्येक नागरिक अपने जीवन में औसतन 10,163 पौधे,

ग्रीनलैंड में 4,964 पौधे,

ऑस्ट्रेलिया में 3,266 पौधे,

अमेरिका में 699 पौधे,

फ्रांस में 203 पौधे,

इथियोपिया में 143 पौधे,

चीन में 130 पौधे,

इंग्लैंड में 47 पौधे,

जबकि भारत में एक व्यक्ति अपने जीवन में मात्र 28 पौधे ही लगाता है।

उन्होंने कहा कि हमें इस निष्क्रियता को दूर कर पौधारोपण को जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए — चाहे जन्मदिन हो, विवाह समारोह, या किसी प्रियजन की पुण्यतिथि।

कार्यक्रम के अंत में साध्वी श्री रति प्रभा जी ने सभी को संदेश दिया कि –

“यदि कोई बीड़ी, सिगरेट, गुटखा, अफीम या शराब की मनुहार करे तो ‘ना सा ना’ कहें, और अगर कोई चाय, कॉफी या ठंडे की पेशकश करे तो ‘बस सा बस’ बोलें, क्योंकि सीमित मात्रा से अधिक इनका सेवन भी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।”

कार्यक्रम का समापन मंगल पाठ के साथ हुआ। अणुव्रत समिति ने बताया कि 06 अक्टूबर 2025 को अनुशासन दिवस का आयोजन आदर्श विद्या मंदिर, जसोल में किया जाएगा, जिसमें अधिक से अधिक लोगों से भाग लेने की अपील की गई है।

Viyasmani Tripaathi

Cheif editor Mobile no 9795441508/7905219162

Related Articles

Back to top button