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सिंगोली तहसील ग्राम ग्कछाला गौशाला में भागवत कथा का आयोजन

 

सिंगोली से ख्वाजा हुसैन मेवाती के साथ दशरथ माली की रिपोर्ट

 

भागवत कथा अमृत से भी बढ़कर हैं पंडित रत्नेश्वर जी ।

गौमाता की सेवा करें गोमाता में 33 करोड़ देवता विद्यमान बालकिशन धाकड़

 समीपस्त श्री नारायण गौशाला कछाला में श्रीमद् भागवत ज्ञान गंगा का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें पंडित श्री रत्नेश्वर जी गायरी भाठखेडी के मुखारविंद से श्रीमद् भागवत कथा का रसपान भक्तों को करवाया जा रहा है। कथा के दौरान पंडित श्री ने कहा की भागवत कथा अमृत से भी बढ़कर हैं। इस जीवन में उतारकर हम जीवन को सफल वह सार्थक बना सकते हैं। अमृत प्राप्त करने के बाद मानव अजर अमर हो सकता है। लेकिन भागवत कथा का सोपान करने वाला जन्म जन्मांतर को तार कर मोक्ष प्राप्त कर जीवन मरण के फेर से निकल सकता है। अमृत प्राप्त रावण को भी एक दिन मरना पड़ा था अतः हम अमृत की इच्छा व कामना को त्याग कर जीवन को धर्म, तप, साधना, में लगाकर परमार्थ ,परोपकार करें तभी हम सच्चे रूप से मानव जीवन की सार्थकता मान पाएंगे इस कथा में मुख्य अतिथि के रूप में जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष व किसान नेता बाल किशन धाकड लाडपुरा सिंगोली ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष मनीष जैन जनपद प्रतिनिधि राजेश शर्मा झांतला का समिति व कथा वाचक पंडित श्री द्वारा स्वागत सम्मान किया गया।इस अवसर पर बाल किशन धाकड़ ने कहा की भागवत कथा व धार्मिक आयोजनों से हम इस जीवन को धर्म संस्कृति व संस्कारों से जोड़कर इस अमूल्य जीवन को सुधार सकते हैं। श्री नारायण गौशाला कछाला द्वारा जो गायो की देखभाल व सेवा की जा रही है। वह उत्कृष्ट व उच्च कोटि की है। जिसकी जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है। उसके लिए समिति के अध्यक्ष बाबूजी शंकर लाल धाकड़ व देखरेख करने वाले सभी कर्मचारी व समस्त क्षेत्र वासियों का धन्यवाद है। जो इस, गौशाला को संचालित करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। और सनातन धर्म में गाय को गौमाता का दर्जा दिया गया है। गौ माता में 33 करोड़ देवता विद्यमान है। और गाय की हर चीज हमारे उपयोग में आती हैं। जिन्हें हम सबसे उत्तम मानते हैं। गाय को पालने व सेवा मात्र से ही हम इस जीवन को सफल बना सकते हैं। इस अवसर पर सिंगोली ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष मनीष जैन ने कहा की दवा जेब में रखने से रोगी ठीक नहीं होता है। उसके सेवन करने से ही रोगी का दर्द वह बीमारी ठीक हो पाती है। उसी प्रकार कथा में आने से लाभ नहीं हो सकता है। जबकि हम कथा श्रवण कर आत्मा में उतारकर उस पर चलकर ही जीवन सफल बना सकते हैं। जीवन का उद्देश्य आत्मा परमात्मा बनाना,हे तो हमें धर्म के मार्ग पर चलना होगा जो कछाला में गौशाला व्यवस्थित संचालित हो रही है। उसके लिए सभी साधुवाद के पात्र हैं। गौ माता की सेवा से सभी पाप मिट सकते हैं। जिस घर में गौ माता की सेवा होती है। और गौ माता जा रभाती है। उस घर में कभी दुख पीड़ा नहीं होती है। घर परिवार में सुख शांति समृद्धि बनी रहती है। गौ सेवा का कहीं भी अवसर व सेवा का मौका मिले तो उसे करना चाहिए ।

इस अवसर पर जनपद प्रतिनिधि व पत्रकार राजेश शर्मा झांतला ने कहा कि भारत देश धर्म, संस्कृति, संस्कारों व तीज, त्योहार वाला देश है। यह वह देवभूमि वह मातृभूमि है। जिसे हम माता का दर्जा देते हैं। और इस पावन सरजमी पर देवता भी अवतार लेने के लिए तरसते हैं। हम भगवान राम के आदर्श मर्यादा, व भगवान कृष्ण के कर्म कर्तव्य, भगवान महावीर के दया अहिंसा, व भगवान शंकर की तरह गम व जहर पीना जिस दिन सीख गए उस दिन हमें कामयाब,व सफल होने से कोई नहीं रोक सकता है। हमारे धर्म ,कथाएं, इतिहास, ग्रंथ, हमें जीवन को सुधारने तारने व मोक्ष को प्राप्त करवाने की सीख देते हैं। अतः हम इनके दिखाएं रास्ते पर चलने का प्रयास करें। तभी सच्चे रूप में जीवन की सार्थकता हो पाएगी। कथा के अंत में आरती कर प्रसाद वितरित की गई।

Viyasmani Tripathi

Cheif editor

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