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श्री सिद्धचक्र महामण्डल विधान की घटयात्रा हुई संपन्न
लोकेशन=देवेंद्रनगर।मध्य प्रदेश पन्ना
ब्यूरो चीफ=सुधीर अग्रवाल
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देवेंद्रनगर में आयोजित श्री सिद्धचक्र महामण्डल विधान का आयोजन 4 जनवरी को प्रातः 7:30 बजे से मंगल घटयात्रा के साथ प्रारंभ हुआ। इस विशेष अवसर पर समस्त इन्द्रइन्द्राणी, अष्टकुमारी तथा अन्य सभी मण्डलों की महिलाएं पीले परिधान में सुसज्जित होकर मंगल कलशों के साथ विधान स्थल की शुद्धि की। विधान स्थल पर यह मंगल कलश शुद्धि संस्कार मंत्रों के उच्चारण के साथ संपन्न हुआ, जिससे पूरे आयोजन का वातावरण पवित्र और आध्यात्मिक रूप से शुद्ध हुआ।
इसके पश्चात् परम पूज्य राष्ट्रसंत गणाचार्य श्री 108 विराग सागर जी महामुनिराज एवं परम पूज्य श्रमणी आर्यिका 105 विरम्या श्री माताजी तथा विसंयोजना श्री माताजी के मंगल सानिध्य में विशाल अनुष्ठान का श्रीगणेश हुआ। यह अनुष्ठान आचार्य एवं साध्वी माता के आशीर्वाद से संपन्न हुआ।
ध्वजारोहण कार्य सुबह 8:30 बजे श्रीमान सुरेंद्र कुमार जैन और समस्त गुलजारी परिवार द्वारा किया गया, जिन्होंने न केवल इस आयोजन का उद्घाटन किया, बल्कि यह विश्वशांति के उद्घोषक के रूप में भी जाने जाएंगे। ध्वजारोहण के साथ ही सम्पूर्ण विधान का महत्त्वपूर्ण कार्य शुरू हुआ और इसके साथ ही समाज में शांति एवं समृद्धि का संदेश भी प्रसारित होगा।
इसके बाद समाज अध्यक्ष प्रवीण कुमार जैन द्वारा मण्डप उद्घाटन का कार्य किया गया, जिन्हें विधान में सर्वमान्य प्रमुख पात्र श्रीपाल और मैणासुन्दरी बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। मण्डप उद्घाटन के साथ ही आयोजन का भव्य रूप सभी के समक्ष आया।
माताजी द्वय के सानिध्य में श्री जी का अभिषेक एवं शांतिधारा प्रतिष्ठाचार्य पं. श्री जयकुमार जैन जी के निर्देशन में संपन्न हुए। प्रतिष्ठाचार्य पं. जयकुमार जी के मार्गदर्शन में यह विधि पूरी श्रद्धा और निष्ठा से संपन्न हुई, जिसमें सम्पूर्ण समाज की आस्थाएं समाहित हैं
सम्पूर्ण विधान अनुष्ठान का संगीतबद्ध संचालन चेतन एंड पार्टी द्वारा किया जाएगा, जिससे आयोजन में भक्ति और साधना का वातावरण उत्पन्न होगा। संगीत के माध्यम से सभी श्रद्धालु इस धार्मिक अनुष्ठान में भागीदारी करेंगे और एक दिव्य अनुभव प्राप्त करेंगे।
इसके साथ ही आर्यिका द्वय माताजी द्वारा सिद्धों की विशेष व्याख्या और प्रवचन किए जाएंगे, जो इस आयोजन को और भी आत्मिक और आध्यात्मिक रूप से संपन्न करेंगे।