एसएसपी के बयान की पत्रकारों ने की निन्दा, बैठक कर बनायी रणनीति, शुक्रवार को करेगें एसएसपी से मुलाकात
Journalists condemned the statement of SSP, made strategy by holding a meeting, will meet SSP on Friday
ब्यूरो रिपोर्ट… रामपाल सिंह धनगढ़
रुद्रपुर। शहर में विगत दिनों हुये एक कार्यक्रम में पत्रकार के सवाल पूछने पर एसएसपी व पुलिस द्वारा किये गये दुर्व्यवहार व एसएसपी द्वारा मीडिया को सवाल पूछने का अधिकार नही है दिये गये बयान को लेकर पत्रकारों ने सयुक्त मोर्चा के बैनर तले आयोजित बैठक में निन्दा की गई। बैठक में तय किया गया कि पत्रकार शुक्रवार को एसएसपी से मिल कर अपना रोष जताएंगे साथ ही इस मामले में गलती मानने की भी मांग करेगें, इसके बाद भी मामले का पटाक्षेप नही हुआ तो पत्रकार अगली रणनीति बनाएंगे।
बृहस्पतिवार को पत्रकारों की सयुक्त बैनल तले लैक पेरेडाइस झील रुद्रपुर में एक बैठक हुई जिसमें तीन दर्जन से अधिक पत्रकार शामिल हुये, बैठक के दौरान पत्रकार महेन्द्र मौर्या ने बताया कि 25 नम्बवर को रुद्रपुर के डी.डी. चौक पर पुलिस द्वारा यातायात चैपाल का आयोजन किया गया था जिसमें एसएसपी मणीकांत मिश्रा भी पहुंचे थे कार्यक्रम में कई लोगों को सम्मानित भी किया गया था कार्यक्रम के दौरान एसएसपी मीडिया को अपना बयान दे रहे थे तभी उन्होने एक सवाल पूछा था बयान पूरा करने के बाद एसएसपी उसे अलग में गये और उससे कहने लगे कि तुम्हारे द्वारा सवाल क्यू पूछा गया एसएसपी ने यहा भी कहा कि मीडिया को सवाल पूछने का अधिकार किसने दिया है उसके साथ अपराधी जैसा व्यवहार किया गया इसके करीब दो घण्टें के बाद जब वह रुद्रपुर के जिला पंचायत कार्यालय के बाहर चाय पी रहा था उसी दौरान यातायात विभाग के निरीक्षक समेत आधा दर्जन पुलिस कर्मी वहां पहुंचे और उन्होने उसकी खड़ी मोटरसाईकिल को जब्त कर ली मौर्या की बताई गई बात पर सभी पत्रकारों ने रोष जताया साथ ही एसएसपी के बयान व पुलिस कार्यवाही की निन्दा की।
बैठक में वरिष्ठ पत्रकार अशोक गुलाटी ने कहा कि वहां पिछले 45 साल से पत्रकारिता कर रहे है उनके पूरे कार्यकाल में किसी पुलिस अधिकारी ने ऐसा बयान व पत्रकार से ऐसा व्यवहार कभी नही देखने को मिला उन्होने कहा पत्रकार को सवाल पूछने का पूरा अधिकार होता है पत्रकार इस मामले को लेकर शुक्रवार को एसएसपी से मुलाकात कर उनसे माफी मांगने की मांग करेगें यदि एसएसपी को गलती का एहसास होगा तो मामले का पटाक्षेप हो जायेगा। उन्होने कहा कि वह नही चाहते कि पुलिस और पत्रकारों के मध्य टकराव की स्थिति पैदा हो यदि एसएसपी अपनी गलती का एहसास नही करते है तो अगली रणनीति पर विचार किया जायेगा उन्होने साफ शब्दों में कहा कि पत्रकार का उत्पीड़न बर्दाशत नही किया जायेगा, अगर अन्दोलन की जरुरत पड़ी तो पत्रकार अन्दोलन से पीछे नही हटेगें।
बैठक की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार/एडवोकेट सुरेन्द्र गिरधर व सचांलन पत्रकार रुपेश कुमार ने की।
इस दौरान बैठक में वरिष्ठ पत्रकार कमल श्रीवास्तव, कुमाऊ युवा प्रेस क्लब के अध्यक्ष सौरभ गंगवार, अनिल रावत, सत्यजीत विश्वास, सूरज राजपूत,अर्जुन कुमार, रवि कुमार, विनोद आर्या, रामपाल धनगढ़, किशन गंगवार, मुकेश गंगवार, चमन श्रीवास्तव, मनीष बावा, कश्मीर राणा, गुरविन्दर गिल, सुनील मेहता, अजीत चैहान, अजय सक्सैना, मनीष ग्रोवर, अमन सिंह, नरेन्द्र राठौर, सलीम खान, विवेक मेहरा, बबलू पाल, नागेन्द्र सिंह, अनुज सक्सैना, मनीष आर्या समेत अनेको पत्रकार मौजूद थे।