अलवर के भिवाड़ी मोड़ पुलिस थाना द्वारा पुलिस बल के साथ कम्पनी में बिना किसी शिकायत के दबिश डालने का मामला सामने आया
अलवर के भिवाडी़ से संवाददाता मुकेश शर्मा
भिवाड़ी. भिवाड़ी मोड़ पुलिस थाना द्वारा पुलिस बल के साथ कम्पनी में बिना किसी शिकायत के दबिश डालने का मामला सामने आया। रविवार देर शाम को फूलबाग थाने में शिकायत दी गई। शिकायत में आशीष कुमार अग्रवाल पुत्र स्व सुदेश कुमार निवासी फ्लैट नंबर 309, टावर नंबर ऍम 3 अशिआना आगंन, अलवर बाईपास भिवाड़ी ने बताया कि मैं प्राइवेट जापानी कम्पनी में गत 12 वर्षों से कार्य कर रहा हूँ। जो कम्पनी 1215- ए, रीको इंडस्ट्रियल एरिया, दाबा काम्प्लेक्स में स्थित हैं। 31 मई 2023 को समय दोपहर केलगभग 3से4 बजे पुलिस की एक औपगाडी़ अचानक कम्पनी में घुसती है, जिसमें तीन व्यक्ति सवार होते हैं जिनमें से एक महिला पुलिस थाना इंचार्ज रजनी सिंह और दो अन्य पुलिसकर्मी थे। महिला और एक पुरुष ने पुलिस की वर्दी पहन रखी थी और अन्य पुरुष सादा कपड़ों में था जो सभी कम्पनी में अंदर घुसने के बाद बिना किसी कम्पनी के अधिकारी की अनुमति के कम्पनी के उत्पादक क्षेत्र में चले गए, जिससे वहां कार्य कर रहे सभी कर्मचारी में डर का माहौल बन गया। फिर कम्पनी के मानव संसाधन विभाग के अधिकारी (सुधीर कुमार ) उनसे जाकर मिलें, तो रजनी जी बोली कि “आशीष कुमार अग्रवाल से मिलना है, फिर सुधीर कुमार ने पूछा कि उनसे क्यों मिलना है ? तो बोले कि उनके खिलाफ हमारे पास शिकायत है, उसी कारण उनसे पूछताछ करनी है। यह सारी घटनाक्रम सुधीर कुमार ने मुझको मेरे कार्यालय मैं आकर बताया। मैं उस समय एक मीटिंग में था, फिर मैंने ऑफिस के इण्टरकॉम से कंपनी गेट के सुरक्षा अधिकारी से बात करके उसी लाइन से रजनी जी से बात की तो वह बोली कि उनके पास मेरे खिलाफ शिकायत है तो उनको मुझसे पूछताछ करनी है। मैंने पूछा कि किसने शिकायत करी है ? तो वह बोली कि सुधीर ठाकरान, अशियाना आगंन ने भिवाड़ी मोड़ थाना में शिकायत दर्ज करायी हैं। तो मैंने बोला कि में अभी मीटिंग खत्म करके आपसे मिलता हूँ, तो वह बोली कि हम लोग निकल रहे हैं, तुम शाम को भिवाड़ी मोड़ थाना आकर मिल लेना ।अचानक ऐसे, पुलिस की जीप का कम्पनी परिसर में आना और पूरी कम्पनी में चक्कर लगाने से मेरी कम्पनी के प्रबन्धक ने मुझको तलब किया और इस घटना का विवरण माँगा । जिस कारण से, मेरी प्रतिष्ठा को बहुत हानि हुई और मैं मानसिक तनाव में आ गया हूँ। इस बारे में फूलबाग थानाधिकारी विरेन्द्र पाल से बात कि तो उन्होंने बताया कि सोसाइटी के आरडब्ल्यूएस का मैटर था जो की आशिष द्वारा सोशल मीडिया पर डाल दिया गया। जिस पर आशिष को तीन से चार बार फोन करने की कौशिश की लेकिन आशिष द्वारा फोन नहीं उठाया गया। जिस पर पुलिस द्वारा कंपनी पर जाकर बात करनी चाही। लेकिन शिकायतकर्ता आशीष का कहना हैं कि उनके पास रजनी सिंह का कोई भी कॉल नहीं आया। रजनी सिंह ने खुद ही 04 जून को बोला था कि उनके पास आशीष का मोबाइल नंबर नहीं था। जब मिडिया कर्मी ने भिवाडी़ मोड़ चौकी इंचार्जसे बात करनी चाही तो वोमिडिया कर्मी को बाहर खडा़ देख अपने कमरे का दरवाजा बंद कर ए। सी चला कर सो गई।जब भिवाडी़ डी एस पी आई पी एस सुजीत शंकर ने भी अपनी पुलिस अधिकारी की गलती स्वीकारते हुए कहा कि इस मामले की गहनता से जाँच करा कर दोषियों के खिलाफ उचित कार्यवाही की जाएगी।हालांकि वो 15दिन की अवकाश पर चले जाने के कारण जाँच मे देरी हुई है अब जल्द ही जाँच करा कर उचित कार्यवाही अमल मे लाई जायेगी।आजकलभिवाडी़ पुलिस अधिकारी किसी मामले को लेकर मिडिया से बचती हुई नजर आ रही है एक सीनियर अधिकारी मिडियाकर्मी को दुसरे अधिकारी का नाम लेकर मिडिया के कैमरे से बचते हुए नजर आ रहे है।अगर यही हालात रहे तो एक दिन मिडियाकर्मी पुलिस के इस रवैये से खफा होकर खबर लगाना बंद कर देगें और एस पी की प्रेस वार्ता का बहिष्कार करने पर मजबुर होना पडे़गा।
कपंनी परिसर में आशिष से मिलने पहुंचे पुलिसकर्मी