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स्टार प्ले स्कूल, अरावली विहार, भिवाड़ी मे पर्यावरण प्रतियोगिता का किया गया आयोजन

ब्यूरो चीफ मुकेश कुमार शर्मा की रिपोर्ट 

 

विश्व गौरेया दिवस, अंतराष्ट्रीय वन दिवस, व विश्व जल दिवस के थीम पर बीते सप्ताह में स्टार प्ले पब्लिक स्कूल मे छोटे बच्चो व अभिवावको को जागरूक करने के लिए प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें अभिवावको द्वारा अपने बच्चो को तेजी से विलुप्त हो रही गौरेया चिड़िया, तेजी से घट रहे वनों व पानी की हो रही कमी के बारे मे संयुक्त प्रतियोगिता कराई गई, जिसमे अभिववको की मदद से प्रतियोगियों ने स्पीच, नाटक, पेंटिंग, क्राफ्टिंग कर प्रोजेक्ट बनाकर अनेक प्रकार से इनके कारणों, बचाओ, संरक्षण के लिए महत्व समझाया।

 

*कौन है गौरैया?*

 

गौरैया का वैज्ञानिक नाम पासर डोमेस्टिकस है. यह पासेराडेई परिवार का हिस्सा है. विश्व के विभिन्न देशों में यह पाई जाती है. यह लगभग 15 सेंटीमीटर के होती है मतलब बहुत ही छोटी होती है. शहरों के मुकाबलों गांवों में रहना इसे अधिक सुहाता है. इसका अधिकतम वजन 32 ग्राम तक होता है. यह कीड़े और अनाज खाकर अपना जीवनयापन करती है.

 

*क्यों विलुप्त हो रही गौरैया*

 

गौरैया सामान्यतः मनुष्य के आसपास ही रही है। भारत में इनकी 5 प्रजातियां मिलती हैं। पृथ्वी ने बताया कि हमारी आधुनिक जीवन शैली गौरैया को सामान्य रूप से रहने में बाधा बन गई। पेड़ों की अंधाधुंध कटाई, खेतों में कृषि रसायनों का अधिकाधिक प्रयोग, टेलीफोन टावरों से निकलने वाली तरंगें, घरों में सीसे की खिड़कियां इनके जीवन के लिए प्रतिकूल नहीं हैं। पक्षी विशेषज्ञ कमल लोचन ने बताया कि गौरेया मनुष्य के साथ उनके घर में रहने वाली पक्षी है। उसे घर बनाने के लिए छोटे छेद चाहिए, लेकिन मकानों की डिजाइन ऐसी बनाई जा रही है जो घोंसले को बनाने में बाधक है। वहीं, घर-गांव की गलियों का पक्का होना भी इनके जीवन के लिए घातक है। ध्वनि प्रदषूण भी गौरैया की घटती आबादी का एक प्रमुख कारण है।

 

*अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस का इतिहास*

 

हमारे दैनिक दिनचर्या में वनों का खास महत्व है, क्योंकि हमारी दिनचर्या में प्रयोग आने वाली हर वस्तु का किसी ना किसी रूप में वनों से संबंध है, लेकिन इसके बावजूद जंगल को लगातार समाप्त किया जा रहा है. इसी बात को ध्यान में रखकर यूनाइटेड नेशन फोरम ऑन फॉरेस्ट्स और खाद्य एवं कृषि संगठन (FAO) ने अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस का प्रस्ताव रखा, जिसे संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 2012 को पारित किया गया था।

 

*विश्व वन दिवस का उद्देश्य*

 

प्रकृति की सभी जीवों के लिए सबसे ज्यादा महत्व ऑक्सीजन है. वनों के वृक्ष एवं पेड़-पौधे ही पृथ्वी पर ऑक्सीजन का मुख्य स्त्रोत हैं. इसी से अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस का महत्व समझा जा सकता है. इसके साथ ही वन सभी जीव-जंतुओं का आवास स्थान और भोजन का जरिया है. इस पर मानव ही नहीं बल्कि संपूर्ण सृष्टि टिकी हुई है. विश्व वन दिवस का मुख्य उद्देश्य वनों के संरक्षण और इससे होने वाले आम हितों को जानने-समझने के लिए आम लोगों को जागृत किया जाता है.

दुनिया भर में वनों एवं इसके महत्व के संदर्भ में जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रत्येक वर्ष 21 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस मनाया जाता है.

बता दें कि पृथ्वी की एक तिहाई भूमि में 1,6 बिलियन आम लोग एवं करीब 2 हजार स्थानीय जनजातियां ईंधन, भोजन और दवाओं के लिए वनों पर निर्भर हैं. और खासकर भिवाड़ी जैसे औद्योगिक क्षेत्र मे दिन पे दिन बढ़ते प्रदूषण के कारण बहुत सी स्वस्थ संबंधित समस्या से लोग ग्रसित है खास तौर पर बच्चो को इससे बहुत खतरा है, ऐसे में सभी का दायित्व होता है कि वन्य-संरक्षण मे अपनी अहम योगदान दे।

 

*विश्व जल दिवस*

 

पृथ्वी पर मौजूद सभी प्राणियों की उत्त्पत्ति जल से ही हुई है। ‘जल ही जीवन है’ यह कथन सत्य है क्यूंकि पानी के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। पृथ्वी का 71 प्रतिशत हिस्सा पानी से ढका हुआ है शेष भाग पर मानव ,जीव जंतु ,जंगल ,मैदान पठार या पर्वत आदि मौजूद हैं।

 

*विश्व जल दिवस क्यों मनाएं*

 

हर प्राणी जल पर निर्भरता रखता है लेकिन यह भी सत्य है की जल का अनावश्यक उपयोग भी हो रहा है जिससे अधिकतर जल बिना कारण दूषित हो रहा है। विभिन्न प्रकार से हमारे द्वारा जल को प्रदूषित किया जा रहा हैं। लगातार असीमित तरीके से भूजल का दोहन किया जा रहा है जिससे स्वच्छ पानी का जलस्तर घट रहा है। इसके लिए जल का अनावश्यक उपयोग पर रोक लगाने तथा वर्षा जल का संरक्षण करना व भूजल को प्रदूषित होने से रोकने के लिए जागरुकता जरूरी है।

 

स्टार प्ले स्कूल, प्राचार्य ने बताया की स्कूल के बच्चे जिनको अभी से पर्यावरण के प्रति जागरूक कर भविष्य के एक जागरूक नागरिक बनाने व अपने माता पिता व अभिवावकों को भी जागरूक कर पर्यावरण व प्रकृति का महत्व को समझ कर संरक्षण करने मे अपना योगदान करे।

Viyasmani Tripathi

Cheif editor Mobile no 9795441508/7905219162

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