_मैन्युफैक्चरिंग की दुनिया में भारत की उपलब्धि; 9 अरब डॉलर के आंकड़े को पार कर लेगा मोबाइल फोन निर्यात

संवाददाता अंकित तिवारी
_देश में मोबाइल फोन का निर्यात महज 7 महीनों के भीतर 5 बिलियन डॉलर के आंकड़े को पार कर गया है, जो कि पिछले साल की इसी अवधि में भारत के 2.2 बिलियन डॉलर के दोगुने से भी अधिक है। 2014 में भारत में इस्तेमाल होने वाले 92 फीसदी मोबाइल फोन आयातित थे। आज भारत में इस्तेमाल हो रहे 97 फीसदी फोन भारत में ही बने हैं। आज भारत से 12 बिलियन डॉलर यानी करीब 98,800 करोड़ की कीमत की इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का निर्यात किया जा रहा है इस वित्त वर्ष में अप्रैल से अक्टूबर के बीच मोबाइल फोन का निर्यात दोगुना से अधिक होकर पांच अरब डॉलर के आंकड़े को पार कर गया है। पिछले वर्ष की इसी अवधि में यह 2 अरब 20 करोड़ डॉलर था। भारत से निर्यात पूरे वित्त वर्ष 2022 के आंकड़े को दिसंबर की शुरुआत में ही पार कर लिया जाएगा और वित्तीय वर्ष 2023 को यह 8.5-9 बिलियन डॉलर की सीमा को भी पार कर लेगा।उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना यानि PLI द्वारा समर्थित, एप्पल और सैमसंग भारत के मोबाइल फोन निर्यात में 90% से अधिक का योगदान करती हैं। जैसे-जैसे निर्यात बढ़ रहा है, भारत ने वित्त वर्ष 2022 में मोबाइल आयात पर निर्भरता को भी लगभग 5 प्रतिशत तक कम कर दिया है। अब भारत का लक्ष्य 2025-26 तक 60 बिलियन डॉलर के सेल फोन का निर्यात करना है। भारत सरकार द्वारा शुरू की गई PLI योजना ने पूरी दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल फोन कंपनियों को आकर्षित किया है। इनमें एप्पल जैसी बड़ी कंपनी भी अपने परिचालन का विस्तार करने और भारत में नए आधार स्थापित करने के लिए तैयार नजर आ रही हैं।_