*अस्पताल प्रशासन की लापरवाही से एक मासूम की गई जान पीड़ित परिवार ने ₹3000 मांगने का लगाया आरोप*
जहां एक तरफ योगी सरकार अवैध मानक धारक अस्पताल चालक झोलाछाप डॉक्टरों पर अंकुश लगाने की बात कर रहे हैं एक मामला कोतवाली गंगा घाट जनपद उन्नाव का आ रहा है सामने

अंकित कुमार की खास रिपोर्ट
जहां एक तरफ योगी सरकार अवैध मानक धारक अस्पताल चालक झोलाछाप डॉक्टरों पर अंकुश लगाने की बात कर रहे हैं एक मामला कोतवाली गंगा घाट जनपद उन्नाव का आ रहा है सामने
*उन्नाव* प्रिंस पुत्र अंशु अर्चना खेड़ा पोस्ट पथरी थाना कोतवाली सदर जनपद उन्नाव का निवासी है पीड़ित परिवार के बताए अनुसार 10 वर्षीय बेटा प्रिंस के बुखार ना जाने के कारण बेटे को दिनांक
04/11/2022,कानपुर, हैलट अस्पताल में भर्ती कराया गया था तभी,इस बीमारी कि जानकारी ठीक के संबंध में न्यू इंडिया हॉस्पिटल, को दी गई तो अस्पताल के डॉक्टर द्वारा बताया गया आपका बच्चा ठीक हो जाएगा तभी परिवारजन हैलट से बच्चे को लाकर न्यू इंडिया हॉस्पिटल में भर्ती कराया उपचार के दौरान बच्चे की हालत बिगड़ने पर परिवार जनों ने बच्चे को सौंपने की बात की अस्पताल जनों द्वारा बकाया ₹3000 जमा करने की बात की इसी बीच बच्चे की मौत हो गई परिवार जनों ने लापरवाही बरतने के संबंध में कोतवाली गंगा घाट प्रभारी अखिलेश यादव को इस घटना से अवगत कराया और प्रार्थना पत्र दिया जिस पर प्रभारी महोदय ने आईपीसी की धारा,323 504, 304/A, मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है, लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया पीएम रिपोर्ट आने पर कार्रवाई की जाएगी अब देखना ये होगा न्यू इंडिया अस्पताल, के रजिस्ट्रेशन ,प्रमाण पत्रों की जिलाधिकारी उन्नाव द्वारा क्या जांच की जाती है