जीवन की आख़िर श्वास तक पीड़ित भाई सुरेश मांझी को न्याय दिलाने के लिए लड़ेंगे….

रिपोर्टर अंकित तिवारी
कानपुर नौबस्ता यशोदा नगर निवासी युवक को बंधक बनाकर 70 हजार रुपये में बेचा गया 6 माह तक दोनों आखें फोड़ दोनों हाथ पैर तोड़कर मंगवाई गई भीख,मानव तस्करी से जुड़ा मामला पुलिस के संज्ञान में लेकिन अपराधियों पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं ने जिस ततपरता के साथ सुरेश माझी के विषय में मीडिया का ध्यान इस ओर खींचा ये विषय शायद ही इतनी मुखरता के साथ उठता यदि समय रहते इस पर इतनी सजगता इस छोटी उम्र के झुझारू नेता ने इतना प्रयास न किया होता। मानवता ही जीवन का आधार है यदि किसी परेशानी में घिरे व्यक्ति का दर्द हम महसूस नहीं कर सकते तो हम इंसान कैसे हो सकते हैं। बेशक सरकार और विधान सभा अध्यक्ष Satish Mahana जी प्रयास रहेगा और सुरेश के गुनाहगार पकड़े जाएंगे पर सुरेश के जीवन में हुई क्षति को हम कम नहीं कर सकते। पर इस तरह के लोग इंसान नहीं हो सकते जिन्होंने ये कृत्य किया। प्रशान्त इन्हें जितनी कठोर सजा दिलवा सकते हो उतना प्रयास करना। छोड़ना मत इन दुष्टों को।