भिवाड़ी में बढ़ते प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए एयर कमीशन के द्वारा चौथे चरण की पाबंदियां लागू की गई

रिपोर्टर मुकेश कुमार शर्मा
भिवाड़ी में बढ़ते प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए एयर कमीशन के द्वारा चौथे चरण की पाबंदियां लागू की गई है, इन पाबंदियों की पालना कराने के लिए भिवाड़ी के सभी विभागों के अधिकारियों को भी शक्ति से निर्देशित किया गया है । लेकिन भिवाड़ी के अफसर इन नियमों की कितनी पालना करा रहे हैं इसकी एक बानगी रविवार को प्रत्यक्ष रूप से देखने को मिली।
एयर कमीशन ने दिल्ली सहित पूरे एनसीआर क्षेत्र में ग्रेप के चौथे चरण की पाबंदियों को लागू करते हुए सभी उद्योग इकाइयों को बंद करने के आदेश दिए हैं तो वही किसी भी प्रकार के निर्माण कार्यों पर भी पूर्ण रूप से पाबंदी लगाई गई है लेकिन भिवाड़ी में नगर परिषद के कार्यालय के सामने ही मल्टी स्टोरी बिल्डिंग का निर्माण चल रहा है तो वहीं पर तमाम पाबंदियों के बावजूद रविवार को रिलायंस कंपनी के JIO टावर लगाने का निर्माण कार्य भी चालू कर दिया गया इसके अलावा भी कई जगहों पर मल्टीस्टोरी बिल्डिंगों का निर्माण चल रहा है , लेकिन इन निर्माण कार्यों को भिवाड़ी का कोई भी अफसर या कर्मचारी रोकने के लिए अपने एयर कंडीशनर कमरों से बाहर नहीं निकलता ।
रविवार को जब निर्माण कार्य की सूचना बीड़ा तहसीलदार अरुण कुमार को मिली तो वह प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के आरओ अमित शर्मा के साथ मौके पर पहुंचे और निर्माण कार्य को बंद करवाया ।
मीडिया कर्मियों ने जब बीड़ा तहसीलदार अरुण कुमार से निर्माण कार्य के कई दिनों से चलने की बात पर सवाल पूछे तो वह अटपटा जवाब देने देते हुए कहने लगे कि उनके पास ऊपर से जो आदेश आएंगे वह उसी हिसाब से काम करेंगे निर्माण कार्य कितने दिन से चल रहा है इसकी उन्हें सूचना नहीं थी , रिलायंस का टावर लगाने का काम पाबंदियों के बीच चालू किया गया था उसे भी बंद करा दिया गया है । ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि जो निर्माण गत 1 महीने से चल रहा था उसकी इन अधिकारियों को सूचना भी नहीं है जबकि जिला कलेक्टर ने तमाम पाबंदियों की पालना कराने के लिए सभी विभागों के अफसरों की एक कमेटी भी बनाई हुई है जो रोजाना फील्ड में जाकर जायजा लेगी और कहीं भी ग्रेप के नियमों का उल्लंघन होते हुए पाया जाता है तो उस पर कार्रवाई करेगी , लेकिन भिवाड़ी में ऐसा कुछ भी देखने को नहीं मिल रहा है और सरकार के नुमाइंदे ही सरकार के नियमों की अवहेलना कराने में लगे हुए हैं ।
वही इस विषय में JIO टावर के इंजीनियर नवीन कुमार से बात की गई तो उन्होंने बात करने से ही मना कर दिया और कहने लगे कि उनके पास टावर लगाने के आदेश है ग्रेप के नियमों की उन्हें जानकारी नहीं है।