फिरोजाबाद जिले में अन्नदाता को बन्दूको के साये में मिल रही है खाद, किसानों के मसीहा अब कहां है?

फिरोजाबाद से अंकित कुमार की खास रिपोर्ट
किसान इस समय खाद के लिए भटक रहा है लेकिन उसे खाद नही मिल पा रही आलम ये है कि किसान सरकारी गोदाम पर सुबह आकर बैठ जाते हैं और गोदाम खुलती है 11 बजे के बाद लेकिन उसे खाद के दर्शन होंगे या नही ये कहा नही जा सकता किसानों पर राजनीति करने नेता भी इस समय जिले से गायब हैं अब किसान अपना दुखड़ा सुनाए तो किसे सुनाऐ जब चुनाव नजदीक होता है तो यही नेता समाज सेवा का चोला ओड़कर किसान की बातेें करते हैं लेकिन आज कोई नेता किसानों के साथ नही है
किसान के सामने खाद का संकट है क्योकि आलू, गैहू, मटर, चना की बुबाई का समय चल रहा है इसके अलावा खेतों की नमी भी दिनो दिन कम हो रही है अन्नदाता कहे जाने वाला किसान आज खाद के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहा है अधिकारियों का कहना है कि जिले में खाद की कोई कमी नही है लेकिन फिर भी किसानों को 5 बोरी से ज्यादा खाद नही दी रही अब सबाल ये उठता है कि जब जिले में खाद की कोई कमी नही है तो तो किसान को उसकी जरूरत के मुताबिक खाद क्यों नही और तो और किसान को बन्दूको के साये में खाद मिल रही है पुलिस सुबह ही खाद गोदाम पर आकर बैठ जाती है उधर किसान भी सुबह आकर बैठ जाते हैं लेकिन खाद नही मिलती
किसी किसान को जरूरत है 20 वोरी डीएपी खाद की तो उसे मात्र 5 बोरी पकड़ा दी जाती है अब ऐसे में किसान करे तो क्या करे ये समस्या एक गोदाम की नही है बल्कि फिरोजाबाद में हर गोदाम का यही हाल है कही-कही से तो गोदाम पर फायरिंग की खबरें तक आ रही है
किसानों की समस्याओं को लेकर आज शिकोहाबाद नायब तहसीलदार अवनीश कुमार ने शिकोहाबाद, कन्थरी, मांड़ई के अलावा कई समितियों का निरीक्षण किया उन्होने कहा कि खाद की कोई कमी नही है