
वायरल फीवर की मार, बच्चे व बूढ़े बीमार जिला अस्पताल में हर दिन भर्ती हो रहे वायरल फीवर के बीस बच्चे
ओपीडी में आ रहे अधिकांश बुखार, सर्दी-जुकाम व त्वचा रोग के पीड़ित
बस्ती।
कभी बारिश तो कभी तेज धूप से मौसम का संतुलन बिगड़ गया है। इसके चलते आर्द्रता बढ़ गई है। ऐसे में बच्चों व बुजुर्गों की सेहत पर असर पड़ रहा है। वायरल फीवर की चपेट में आकर हर दिन जिला अस्पताल में औसतन बीस बच्चे भर्ती हो रहे हैं।
मौसम की वजह से इन दिनों लोग बुखार व सर्दी-खांसी की चपेट में आ रहे हैं। सरकारी अस्पतालों की ओपीडी मरीजों से भरी रहती है। जिला अस्पताल के स्टाफ नर्सों की मानें तो हर दिन वायरल फीवर के औसतन बीस मरीज भर्ती हो रहे हैं। जबकि करीब दो सौ वायरल फीवर, सर्दी जुकाम व त्वचा संबंधी रोगों के मरीज ओपीडी में आ रहे हैं।
जिला महिला अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. पीके श्रीवास्तव ने बताया कि मौसम के चलते वायरल फीवर ने पांव पसारा है। इससे बचने के लिए लोगों को खुद सक्रिय रहना होगा। डॉ. पंकज शुक्ल के अनुसार वायरल फीवर से बचाव के लिए बासी भोजन से भी परहेज करें। मच्छर से भी बचाव जरूरी है। डॉक्टरों का कहना है कि तेज बुखार होने पर तत्काल चिकित्सक से सलाह लें। घर पर ठंडे पानी से मरीज का शरीर पोंछे। चिकित्सक से सलाह लेकर बुखार व अन्य दवाएं लें।
जिला अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक डॉ. आलोक वर्मा ने कहा कि वायरल फीवर व त्वचा संबंधी मरीज लगातार आ रहे हैं। इनके लिए आवश्यक दवाएं अस्पताल में मौजूद हैं। विभाग ने अपनी तैयारी पूरी कर रखी है।
अमर उजाला
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