
दुबौलिया/विक्रमजोत (बस्ती)। सरयू नदी का जलस्तर रविवार शाम पांच बजे तक खतरे के निशान से 26 सेंटी मीटर ऊपर दर्ज किया गया।
इससे तटवर्ती क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। केंद्रीय जल आयोग अयोध्या के अनुसार जलस्तर खतरे के निशान 92.73 मीटर से ऊपर 92.95 मीटर रिकॉर्ड किया गया है। जलस्तर में इजाफा लगातार जारी है।
दुबौलिया प्रतिनिधि के अनुसार जलस्तर बढ़ने से तटबंध और नदी के बीच बसे गांवों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। अति संवेदनशील तटबंध कटारिया चांदपुर व गौरा सैफाबाद पर पानी का दबाव बढ़ रहा है। जलस्तर बढ़ने के कारण सुविखा बाबू, टेढ़वा, विसुनदासपुर दलितबस्ती की ओर बाढ़ का पानी फैलने लगा है।
मोजपुर गांव के पास बने रिंग बांध से पानी ओवर फ्लो हो रहा है। यदि जलस्तर में बढ़ोत्तरी जारी रही तो मोजपुर, रेवटिया, उमरिया, कनघुसरा, नाउपुरवा, किशुनपुर आदि गांवों में बाढ़ का पानी भर जाएगा।
विक्रमजोत प्रतिनिधि के अनुसार सरयू नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद रविवार को राजस्व निरीक्षक श्रीनरायन तिवारी के नेतृत्व तहसील की टीम ने कल्यानपुर, भरथापुर व संदलपुर गांव का जायजा लिया। श्रीनरायन ने बताया कि निरीक्षण कर स्थिति का आंकलन किया गया है। इसकी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी जा रही है।
बारिश के कारण तटबंधों पर उभरे रेनकट
दुबौलिया। जिले में चार दिन तक हुई बारिश के कारण गौरा-सैफाबाद व कटरिया-चांदपुर तटबंध पर कई जगह रेनकट उभर गए हैं। तटबंध पर पानी का दबाव बढ़ने पर रेनकट समस्या खड़ी कर सकते हैं। भनखरपुर, तिवारीपुर, गौरा, दलपतपुर आदि गांवों के पास बड़े-बड़े रेनकट आसानी से देखे जा सकते हैं। बाढ़ खंड के अधिशाषी अभियंता दिनेश कुमार ने तटबंधों का निरीक्षण कर मातहतों को रेनकट भरवाने के निर्देश दिए। बताया कि तटबंध पर स्थित नियंत्रित है।
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