सरदार भगत सिंह महाविद्यालय के प्रोफेसर अंचलेश कुमार ने की वित्तीय अनियमितता , निदेशालय के जांच में पूर्व छात्र अध्यक्ष के प्रवेश को किया गया वैध
Sardar Bhagat Singh College Professor Anchalesh Kumar committed financial irregularities; Directorate's investigation validates admission of alumni president

ब्यूरो रिपोर्ट… रामपाल सिंह धनगर
रुद्रपुर :- सरदार भगत सिंह राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रुद्रपुर मैं वित्तीय अनियमित पाई गई है। महाविद्यालय के पूर्व छात्र अध्यक्ष शुभम तिवारी के डिप्लोमा इन इको टूरिज्म के प्रवेश फीस को गबन कर लिया गया।

पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष को प्रवेश की संस्तुति प्रदान करने के पश्चात परिचय पत्र जारी किया गया और महाविद्यालय के व्हाट्सएप ग्रुप में भी जोड़ा गया आरोपी प्रोफेसर अंचलेश कुमार द्वारा छात्र के प्रवेश संबंधी अभिलेखों में छेड़छाड़ करी गई जिसको निदेशालय की जांच समिति ने भी सही पाया है जहां समिति ने महाविद्यालय में प्रवेश शुल्क, परीक्षा एवं अन्य अभिलेखों के रखरखाव को भी संतोषजनक नहीं माना है।

कोर्स की फीस से स्टाफ एवं अन्य को मानदेय भी दिया गया है। निदेशक उच्च शिक्षा उत्तराखंड डॉक्टर बी एन खाली द्वारा प्राध्यापक अंचलेश कुमार को चेतावनी पत्र जारी किया गया है एवं उनसे वित्तीय अनियमितता पर स्पष्टीकरण मांगा गया है एवं छात्र शुभम तिवारी के प्रवेश को नियमावली के अनुसार अमल करने के आदेश भी जारी किए गए हैं | पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष शुभम तिवारी द्वारा कहा गया महाविद्यालय द्वारा पिछले कई महीनो से उक्त प्रोफेसर को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य आर.के उभान द्वारा आरोपी प्रोफेसर को बचाने का प्रयास किया गया एवं माननीय मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी झूठी एवं तर्कहीन जानकारियां दी गई पूर्व छात्र अध्यक्ष के निवेदन पर उच्च शिक्षा निदेशक द्वारा उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित की गई कमेटी द्वारा अपने जांच में छात्र के प्रवेश संबंधित सभी अभिलेखों की जांच की गई जांच में छात्र के सभी अभिलेख सही पाए गए हैं।अगर पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष के साथ इस तरह की वित्तीय अनियमितता हो रही है।

तो महाविद्यालय में अन्य छात्र छात्राओं के साथ भी इस तरह का कार्य किया जा रहा होगा। आरोपी प्रोफेसर पर पूर्व में भी इग्नू एवं पुस्तकालय में कई गंभीर आरोप लग चुके हैं। शुभम ने कहा अभी वह निदेशालय की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं है इतने गंभीर आरोप होने के पश्चात भी केवल चेतावनी पत्र जारी करना न्याय संगत नहीँ है। छात्र शुभम के प्रवेश सम्बन्धी साक्ष्य मिटाने के आरोपी प्रोफेसर को तत्काल सस्पेंड किया जाना चाहिए ताकि भविष्य में वह ऐसे शिक्षक किसी भी छात्र-छात्रा के साथ ऐसा करने से डरे।उनके साथ कड़ी कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए।
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