
ब्यूरो चीफ सतीश कुमार की रिपोर्ट
विश्वभर के विश्वविद्यालयों के वीसी व प्रोफेसर ने रखे अपने विचार
हमें सिलेबस केंद्रीत होने की बजाए स्टूडेंट्स केंद्रीत होना होगा : उपायुक्त
नारनौल 15 मार्च। उपायुक्त डॉ जयकृष्ण आभीर ने कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए उसके मनोविज्ञान को जानना होगा। हमें सिलेबस केंद्रीत होने की बजाए स्टूडेंट्स केंद्रीत होना होगा। समानुपातिक व सतत विकास की पहली शर्त ये है कि हम बच्चों को उनकी क्षमता के अनुसार आगे बढ़ने को प्रेरित करें। उपायुक्त आज सभागार में आयोजित “टीचर्स ट्रेनिंग एंड चिल्ड्रन असेम्बली” तथा चौथी इंटरनेशनल कॉन्फ़्रेंस में बोल रहे थे। यह कार्यक्रम हरियाणा केन्द्रीय विश्वविद्यालय जाट-पाली के मनोविज्ञान विभाग तथा ज़िला प्रशासन महेन्द्रगढ के सहयोग से आयोजित किया गया।
एशिया पैसिफिक स्कूल साइकोलॉजी एसोसिएशन मलेशिया के मनोविज्ञान विभाग तथा इंडियन स्कूल साइकोलॉजी एसोसिएशन की सहभागिता से आयोजित इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डीसी डॉ जयकृष्ण आभीर ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम से हमें बच्चों के मनोविज्ञान को समझने में मदद मिलेगी। सतत विकास के लक्ष्य को हासिल करने के लिए बच्चों में सकारात्मकता का माहौल भरना होगा। बच्चों में सामुदायिकता व सामाजिकता के भाव जगाने होंगे।
इस मौके पर डीसी ने मिशन महेंद्रगढ़ अपना जल अभियान व रेडक्रॉस द्वारा किए जा रहे सामाजिक कार्य की सराहना करते हुए कहा कि बच्चे सामाजिक गतिविधियों में जरूर भाग लें। एनआईसी की ओर से कार्यक्रम में तकनीकी स्पोर्ट दी गई।
जिला कोआर्डिनेटर एवं एसोशिएट प्रोफ़ेसर मनोविज्ञान, डा. ज्योति आभीर ने शैक्षणिक तनाव और मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित किए सर्वेक्षण पर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की।
कार्यक्रम में लगभग 300 स्कूली अध्यापक व कक्षा 9 से बारहवीं तक के लगभग 500 विद्यार्थीयों ने भाग लिया। वहीं 50 स्वयंसेवक रेडक्रास व टीम “मिशन महेन्द्रगढ : अपना जल” से व्यवस्था बनाने में सहयोग किया।
कार्यक्रम के अंत में उपायुक्त ने इस कार्यक्रम के लिए पंजीकरण करवाने वाले अध्यापकों तथा मिशन महेंद्रगढ़ अपना जल की टीम को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। अंध विद्यालय नारनौल की छात्राओं ने सरस्वती वंदना तथा स्वागत गीत गाया।
इस मौके पर एसडीएम नारनौल मनोज कुमार, नगराधीश डॉ मंगल सैन, बीडीपीओ प्रमोद कुमार, जिला शिक्षा अधिकारी सुनील कुमार तथा डॉ सुनीता के अलावा अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे।