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श्री श्री 108 श्री बाबा शिव दास जी को जान का खतरा

डॉ संजय कुमार पांडे स्टेट हेड उत्तर प्रदेश बस्ती टाइम 24 न्यूज़ चैनल जनता की आवाज से मोबाइल नंबर 7376 3261 75
ब्रेकिंग न्यूज़ बड़ी खबर श्री श्री 108 श्री बाबा शिव दास जी को जान का खतरा आप समस्त देशवासियों एवं प्रदेश वाशियो को अवगत कराते चलें कि बाबा जी ने लखीमपुर खीरी के कोतवाली भीरा खीरी में प्रार्थना पत्र दिया है जिसमें उन्होंने अपनी जान का खतरा राजेश वर्मा पुत्र छोटेलाल एवं तीन उन्हीं के घर के अन्य सदस्यों को अज्ञात में लिखवाया है निवासी ग्राम पंचायत शाहपुर बताया है बाबा जी गौ सेवक बहुत बड़े हैं गौवंश की सेवा करना परम अपना कर्तव्य समझते हैं अभी एक गाय बीमार हो गई थी तो उन्हेंने एंबुलेंस मंगवाया जो आप तस्वीरों में देख सकते हैं नवरात्रि में सात कन्याओं का भोज कराने की परंपरा यही से प्रारंभ हुई है यहां पर सात देवियों ने अवतार लिया है एवं बचपन बिताया है बताया जाता है रजाबेन की सात कन्याएं देवी शुरूपा एवं पुत्र राजा विराट हुए जिनका वर्णन महाभारत कालीन में अज्ञातवास में आता है अज्ञातवास में पांडवों ने राजा विराट के यहां अपना 1 वर्ष अज्ञातवास का समय व्यतीत किया था रजाबेन के साम्राज्य का उल्लेख जिला खीरी के गजीटियर में भी उपलब्ध है यह स्थान पुरातत्व विभाग का आईना है बहुत-बहुत दूर से इस स्थान को देखने के लिए सैलानी लोग आते हैं सूत्रों के मुताबिक महारानी मां आदि शक्ति भवानी की महान उपासक थी महारानी की उपासना से प्रसन्न होकर देवी ने उन्हें वरदान मांगने के लिए बोला था महारानी ने मां आदिशक्ति भवानी से अपने जैसी संतान मिलने का वचन मांगा इस कथन से प्रसन्न होकर मां आदि शक्ति भवानी ने स्वयं सात कन्याओं के रूप में अवतरित होने का वरदान दे दिया कालांतर में उनके यहां सात कन्याएं प्रकट हुई बताया जाता है राजा बेन ने अपनी पुत्रीयो के स्नान करने हेतु एक बहुत बड़ा तालाब बनवाया था सूत्रों के मुताबिक तालाब के बीचो-बीच विशाल एवं भव्य मंदिर का भी निर्माण करवाया गया था जिससे कि उनकी कन्याएं स्नान करने के बाद पूजा अर्चना कर सके मगर वह मंदिर नष्ट हो चुका है अभी भी कुछ शेष हिस्से पड़े हुए दिखाई दे रहे हैं ग्राम वासियों ने एवं क्षेत्र वासियों ने मिलकर वहां पर एक छोटा सा मंदिर का निर्माण करवा दिया और कुछ लोगों ने छोटे-छोटे अन्य मंदिरों का निर्माण कराया प्रमाण के अनुसार राजा बेनी लाल के अंदर एक विशाल कुआं है जो कि अब बेशरमा एवं जलकुंभी और बगैर उगाई जंगली पेड़ खड़े होने की वजह से दिखाई नहीं पड़ता नैमिश्रणाय की मां ललिता देवी पूर्णागिरी देवी उत्तराखंड की मनसादेवी लखीमपुर खीरी की संकटा देवी शीतला देवी बनकटा देवी राजा बेन की ही देवी स्वरूप सुपुत्रियां कहलाई जाती हैं जो विभिन्न स्थानों पर पूजित है लखीमपुर खीरी के ब्लॉक बिजुआ के पश्चिम भानपुर के उत्तर साइड शाहपुर ढकिया के बीचो-बीच कभी राजा बेन का महल एवं किला हुआ करता था जिसके अवशेष आज तक पड़े हुए हैं पुरातत्व विभाग के अधिकारियों को चाहिए के यहां पर जांच का विषय है और इसकी जांच करवाई जाए दुर्भाग्य बस माननीय एवं अधिकारी गण अनदेखा कर पुरातत्व को मिटाने पर तुले हैं अतः माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से निवेदन है कि इस पुरातत्व को भी संज्ञान में लाने की आवश्यकता है आप ही हिंदू सनातन संस्कृति के प्रमुख हैं अब देखना होगा कि पुलिस प्रशासन इस मामले में क्या संज्ञान लेता है









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