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सुप्रीम कोर्ट के निर्णय से दुःखी शिक्षक नहीं मनाएंगे शिक्षक दिवस

बस्ती से वेदान्त सिंह
बस्ती। बीते 1 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश से देश भर के शिक्षकों की नौकरी पर संकट के बादल छा गए हैं। इस निर्णय से शिक्षकों में दुख व्याप्त है। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिनेश चंद शर्मा के आह्वान पर प्रदेश के शिक्षकों ने शिक्षक दिवस न मानने का निर्णय लिया है। जिसके सन्दर्भ में एक बैठक जिलाध्यक्ष चंद्रिका सिंह के नेतृत्व में सदर बीआरसी सभागार में गुरुवार को हुई। बैठक के बाद शिक्षकों ने बीएससी को ज्ञापन भी सौंपा। जिलाध्यक्ष ने संबोधित करते हुए कहा कि माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिये गये आदेश से देश भर में 10 लाख से अधिक सरकारी शिक्षकों की नौकरी पर संकट मँडरा गया है। यदि आदेश को निजी स्कूलों पर लागू किया गया तो इससे प्रभावित शिक्षकों की सम्भावित संख्या करोड़ में होगी। इस निर्णय से शिक्षक दुःखी एवं चिन्तित हैं। जिला मंत्री बालकृष्ण ओझा ने कहा कि सदैव की भाँति इस शिक्षक दिवस पर देश एवं सभी प्रदेश की सरकारें मंच सजाकर चंद शिक्षकों को चंद लम्हों का सम्मान देंगी। उनमें कुछ ऐसे शिक्षक भी होंगे जिन्हें भारत सरकार द्वारा टीईटी को लेकर बनाये गये कानून के कारण दो साल बाद सेवा से निकालने की चिंता सता रही होगी। क्या ऐसे विषम परिस्थिति में मिलने वाले उस सम्मान को शिक्षक मन से स्वीकार करेगा। जिला कोषाध्यक्ष दुर्गेश यादव ने कहा कि भारत सरकार द्वारा टीईटी को लेकर बनाये गये कानून के क्रम में माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए आदेश से शिक्षकों के सामने दो वर्ष बाद सेवा से बाहर किए जाने का खतरा उत्पन्न हो गया है। इसलिए हम सभी प्रधानमंत्री एवं केन्द्रीय शिक्षा मंत्री से अनुरोध करते हैं कि शिक्षकों के साथ न्याय करने की घोषणा करने की कृपा करें। कहा कि शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षकों के हित में घोषणा ही शिक्षकों के लिए वास्तविक सम्मान होगा।
बैठक में जिला उपाध्यक्ष सुधीर तिवारी, रवीश मिश्र, शिव प्रकाश सिंह, प्रवीण श्रीवास्तव, ब्लॉक अध्यक्ष सनद पटेल, बृजेश त्रिपाठी, विनोद यादव, रजनीश यादव, गौरव चौधरी, उमाकांत शुक्ला, सुरेश गौड़,मोहम्मद असलम, हरेंद्र यादव, राजकुमार तिवारी, प्रताप नारायण चौधरी, रवि प्रताप सिंह, विजय, अशोक यादव, संजय चौधरी, अखिलेश पाण्डेय, शिल्पी पाण्डेय,रेहाना परवीन, रीना कनौजिया, शशि सिंह, कंचनमाला त्रिपाठी, वंदना त्रिपाठी, सरिता वर्मा, संघमित्रा, शशि सिंह, आरती गौतम, मीना चौधरी, नीतू मौर्य, अनीता भट्ट, चंद्रशेखर त्रिपाठी, रमेश सिंह चौधरी, बृजेश चौधरी, हरिओम यादव, संतोष पाण्डेय, आज्ञाराम वर्मा, मुरलीधर, राम भवन यादव, शिवरतन, अंगद सिंह सहित अन्य शिक्षक व पदाधिकारी उपस्थित रहे।