खैरथल- तिजाराब्रेकिंग न्यूज़राजस्थानशिक्षा
शारदा नर्सिंग कॉलेज पर बवाल : INC मान्यता बिना छात्रों का भविष्य अधर में
INC मान्यता नहीं... कॉलेज प्रसासन के खिलाफ छात्र-छात्रों का घेराव* *राजस्थान तक हैं सिमित डिग्री! शारदा कॉलेज में विवाद गहराया

जयबीर सिंह, ब्यूरो रिपोर्ट (सोडावास) खैरथल
खैरथल-तिजारा। सोडावास कस्बे के अलवर मार्ग स्थित शारदा नर्सिंग कॉलेज सोमवार को हंगामे का केंद्र बन गया। सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक कॉलेज परिसर में छात्र-छात्राओं ने प्रशासन के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। वजह थी— कॉलेज को इंडियन नर्सिंग काउंसिल (INC) से मान्यता नहीं मिलना।
*छात्रों का गुस्सा*
छात्रों ने आरोप लगाया कि कॉलेज ने केवल राजस्थान नर्सिंग काउंसिल (RNC) से मान्यता ले रखी है, जबकि राष्ट्रीय स्तर की मान्यता (INC) नहीं ली। इसके कारण 2021-22 बैच के छात्र चार साल की पढ़ाई पूरी करने के बाद भी सिर्फ राजस्थान तक सीमित रह जाएंगे।
छात्रों ने कहा कि अगर वे राज्य से बाहर किसी सरकारी सेवा में चयनित भी हो जाते हैं तो मान्यता न होने के कारण उनकी नियुक्ति रद्द हो जाएगी।
*अभिभावकों का आक्रोश*
अभिभावक सतीश डबास और प्रदीप कौशिक ने कहा कि कॉलेज प्रशासन ने मोटी फीस ली और झूठा भरोसा दिलाया कि INC से मान्यता है। अब बच्चों का भविष्य अधर में लटक गया है।
*प्रशासन मौके पर*
स्थिति बिगड़ती देख सोडावास सरपंच सरजीत चौधरी, पूर्व प्रधान सम्मी चौधरी पीपली, तहसीलदार लोकेश चौधरी, थाना अधिकारी महावीर सिंह शेखावत और मीडिया प्रतिनिधि मौके पर पहुँचे। अधिकारियों ने कॉलेज प्रशासक संजय यादव से कड़ी पूछताछ की।
*अधिकारियों की कार्रवाई*
तहसीलदार और थाना अधिकारी ने मामले को सीएमएचओ व जिला स्वास्थ्य अधिकारी तक पहुँचाया। जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने आदेश दिए कि कॉलेज प्रशासन सोमवार को ही सभी दस्तावेज जिला मुख्यालय पर प्रस्तुत करे।
*कॉलेज प्रशासन का पक्ष*
नर्सिंग प्रशासक संजय यादव ने कहा कि जल्द ही INC मान्यता के लिए प्रक्रिया पूरी कराई जाएगी। वहीं, सोडावास सरपंच सरजीत चौधरी ने ऐलान किया कि जब तक मान्यता नहीं मिलती, कॉलेज बंद रहेगा।
*क्यों जरूरी है INC मान्यता?*
*राष्ट्रीय स्तर पर नौकरी :* एम्स, रेलवे, ईएसआईसी, सेना और अन्य संस्थानों में भर्ती के लिए अनिवार्य।
*विदेश में अवसर :* विदेशों में पढ़ाई या नौकरी के लिए आवश्यक।
*गुणवत्ता जांच :* कॉलेज का इंफ्रास्ट्रक्चर, फैकल्टी, हॉस्पिटल अटैचमेंट और क्लिनिकल ट्रेनिंग की गहन जांच होती है।
👉 वहीं, RNC मान्यता सिर्फ राजस्थान तक ही सीमित रहती है।
*📌 अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि जिला प्रशासन छात्रों के भविष्य की रक्षा के लिए कितनी सख्ती दिखाएगा?*