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महावीर इंटरनेशनल के रूप में 50 वर्ष पूर्व आज ही के दिन रौपा गया था एक पौधा, अब सेवा-भावना का लहलहाता वट वृक्ष

ब्यूरो चीफ सन्तोष कुमार गर्ग

 

4 जुलाई 1975 को अतार्थ 50 वर्ष पूर्व राजस्थान की राजधानी व गुलाबी सिटी के नाम से प्रख्यात जयपुर शहर में आज ही के दिन एक पौधा रौपा गया था निस्वार्थ सेवा भावना का, प्राणी मात्र के प्रति करुणा का, पीड़ित मानवता के दुःख-दर्दों को हरने के प्रयासों का, “सबको प्यार” “सबकी सेवा” व “जिओ और जीने दो” के निर्मल भावों का। आज 50 सालों के पश्चात यह पौधा अब एक लहलहाते व हरे-भरे वट वृक्ष के रूप में विकसित होकर प्राणी मात्र को सेवा, प्रेम, बन्धुत्व, मानवीयता रूपी शीतल छाया प्रदान कर रहा हैं । यह वट वृक्ष हैं सेवा के निस्वार्थ संकल्प का, जो महावीर इंटरनेशनल के रूप में भारत के नगर-नगर, डगर-डगर, कस्बों, गांवों शहरों, महानगरों में 300 से ज्यादा सक्रिय शाखाओं के रूप में विद्यमान हैं। इस सेवाभावी संगठन से जुड़े हजारों-हजारों वीर-विराएं पूर्ण लग्न एंव निष्ठा से, तन-मन एंव धन से एंव पूर्ण समर्पित भाव से प्राणी मात्र की सेवा में जुटे हुए हैं। हर वीर व वीरा के लिए महावीर इंटरनेशनल एक क्लब नही हैं, ये सेवा के पवित्र व्रत का एक सेतु हैं। इस संगठन से जुड़े तमाम वीर-विराएं पूर्ण भारतीय संस्कारों एंव संस्कॄति के अनुरूप सेवा को एक व्रत, धर्म, कर्तव्य एंव दायित्व मानते हैं, तथा नाम, यश, कीर्ति से परे रहते हुए उसे पूर्ण करते हैं।

पांच दशकों में हजारों सेवा प्रॉजेक्ट व लाखों लाभान्वित

विगत 50 वर्षों में महावीर इंटरनेशनल के बेनर तले गांवों, कस्बों, शहरों, महानगरों के जरूरतमंदों, गरीबों, वंचितों के बीच सेवा के लिए समर्पित वीर-विराओं की टीमों के माध्यम से मेडिकल केम्प आयोजित किए गए जहां लाखों ज़रूरतमन्द योग्य एंव दक्ष डॉक्टरों के निर्देशन में अपना स्वास्थ्य दुरस्त रख पाए। लाखों नवजात शिशुओं के लिए पूर्ण रूप से निःशुल्क बेबी किट प्रदान किए गए। अगिनित एम्बुलेंसे संचालित की गई। गरीबों, जरूरतमन्दों, पीड़ितों को समय-समय पर खाध्य सामग्री, स्कूली छात्रों को पाठन-पठन सामग्री, स्कुल यूनिफॉर्म, स्कूली फ़ीस आदि प्रदान कराने में महावीर इंटरनेशनल से जुड़े वीर-वीरा योगभूत बने। पर्यावरण की रक्षा हेतु गांव-गांव, शहर-शहर की डगर-डगर पहुंच कर लाखों पौधे रोपे गए, जलसंचय व जल संवर्धन के भगिरत प्रयास हुए, प्लास्टिक के बढ़ते चलन की रोकथाम हेतु कपड़े की थैली, मेरी सहेली अभियान चला कर बढ़ते प्रदूषण पर अंकुश लगाने के भरचक प्रयत्न हुए। इन पचास वर्षों में हजारों रक्तदान शिविर आयोजित कर लाखों यूनिट रक्त संग्रहित कर मानवीय प्रयास हुआ व रोको थैलेसीमिया अभियान संचालित हुआ। रक्तदान, नेत्रदान, मरणोपरांत अंगदान, देहदान आदि सेवाकार्यों से मौत से जुंझते मरीजों की जान बचाने के भरचक प्रयत्न हुए। कोरोना, प्लेग, अतिवृष्टि, अनावृष्टि, बाढ़, भूकम्प, कोरोना आदि महामारी के दौरान एम आई के वीर-वीरा समर्पित योद्धाओं की तरह सेवारत रहे।

शिक्षा, चिकित्सा आदि से जुड़े अनेक प्रकल्पों से जन-जन का हित

बरोड़ा आदि अनेक MI केंद्रों में तो शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक एंव स्थाई गतिविधियाँ संचालित हैं, जिसमें प्रति वर्ष करोड़ों के बजट का प्रावधान हैं। दिल्ली आदि अनेकों केंद्रों पर MI तकरीबन आधा दर्जन हॉस्पिटलों का कुशलता पूर्वक सफल संचालन कर रही हैं। सूरत के MI केंद्र द्वारा सेरीबल्स पाल्सी जैसे गम्भीर रोग हेतु स्थाई उपचार केंद्र विकसित किया गया हैं, तथा आदिवासी विस्तारों में जंगल केम्प के माध्यम से आदिवासियों के दर पर पहुंच कर वस्त्र, राशन, भोजन वितरण के अलावा मेडिकल शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। सूरत के महावीर इंटरनेशनल मॉडल टाउन द्वारा प्रति सप्ताह सिम्मेर हॉस्पिटल प्रांगण में अनुकम्पा प्रसादी के माध्यम से मरीजों को अल्पहार कराया जाता हैं। तथा प्रति वर्ष मकर सक्रांति के दिन विशाल स्तर पर लोगों को भोजन कराया जाता हैं। कुष्ट रोग निवारण में भरूच शाखा के प्रयास सराहनीय हैं, भरूच के वीर,-विराओं ने कुष्ठ रोगियों के उपचार के अलावा उन्हें रोजगार प्रदान करने हेतु हर सम्भव प्रयत्न किया है। उज्जैन शाखा द्वारा मात्र 10 रु में सात्विक एवं शुद्ध भोजन उपलब्ध कराया जा रहा हैं, अब तक हजारों लोग यहां भोजन कर तृप्त हुए हैं। चेन्नई मेट्रों केंद्र ने पिछले 20 वर्षों में हजारों मेडिकल केम्प आयोजित कर सेवा भावना का एक उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया हैं। बालाघाट शाखा तो आदिवासियों की सेवा की पर्याय बन चुकी हैं। विराओं के प्रयास से ‘वात्सल्य’ योजना के अंतर्गत देश भर में लड़कियों व महिलाओं को बड़े पैमाने पर सैनेटरी नेपकिन वितरित किए जाते हैं। रीजन-8 के अंतर्गत महावीर इंटरनेशनल मुम्बई बड़े पैमाने पर रक्तदान शिविरों का आयोजन कर अनुकरणीय भूमिका निभा रहा हैं। पश्चिम बंगाल की शाखा वृद्धों के लिए अपना घर के नाम से विशाल स्तर का वृद्धाश्रम संचालित कर सेवा का विशिष्ट उदाहरण प्रस्तुत कर रही है। चितौड़गढ़ में स्थायी प्रॉजेक्ट के रूप में आई हॉस्पिटल मरीजों की सेवा में समर्पित है। अजमेर केंद्र द्वारा भी स्थायी प्रॉजेक्ट के तौर पर एक विशाल हॉस्पिटल बन कर तैयार है। देश के विभिन्न राज्यों में वृद्धाश्रम, ब्लड बैंक, चिकित्सालय, धर्मशालाएं, फुटपात स्कुलें आदि अनेक सेवा के प्रॉजेक्ट संचालित है। वात्सल्य योजना के तहत विराओं द्वारा महिलाओं व नवजात शिशुओं के हितार्थ अनेक योजनाएं चलाई जा रही है,

 महावीर इंटरनेशनल से जुड़े देश भर के ऐसे अगिनित केंद्र है जो सेवा के प्रतीक बने हुए हैं।

कोरोना काल मे देश भर में महावीर इंटरनेशनल के वीर-विराओं द्वारा तन, मन व धन तथा समर्पण भाव से जो सेवाएं प्रदान की गई जिसकी सराहना देश भर में हो रही हैं, भोजन, राशन, दवाइयां आदि वितरण कर मानवीय प्रयास किए गए। कोरोना काल मे ऑक्सीजन की असीमित कमी बनी हुई थी तो ऐसे विकट दौर में MI द्वारा देश भर में सैकड़ों ऑक्सीजन कॉन्स्ट्रेस्टर उपलब्ध कराए गए। बाढ़, बारिश, अनावृष्टि, अकाल, भूकम्प जैसी प्राकृतिक आपदा के समय MI के वीर विराएं सजग सिपाहियों की भांति सेवा कार्यों में जुट जाते हैं, भले ही लातूर-किल्लारी का विनाशकारी भूकम्प हो या कच्छ-भुज का प्रलयकारी भूकम्प। यहां तक पड़ोसी देश पर आई भूकम्प रूपी त्रासदी हो, सर्वत्र MI के वीर-विराएं अविलम्ब सेवा कार्यों में जुट गए। कच्छ-भुज के भूकम्प पीड़ित विस्तारों में MI द्वारा अनेक पक्के व स्थाई आवास निर्मित कर पीड़ितों को सौंपे। कुछ वर्षों पूर्व पड़ोसी देश नेपाल में आए भूकम्प के दौरान MI के वीर-विराएं बिना विलम्ब किए पीड़ितों के दुःख-दर्द से रूबरू होने पहुंच गए और सेवा कार्यों में हाथ बंटाने में जुट गए, नेपाल के भूकम्प पीड़ितों को कुछ ही दिनों में अस्थाई आशियाना हेतु कुटीर बना कर सुपुर्द कर दिए।

एक दृष्टि से महावीर इंटरनेशनल इन 50 वर्षों में सेवा का एक पर्याय ही बन गया। यह संगठन सात्विक विचार शेली के अनुरूप एंव पूर्ण भारतीय संस्कॄति के तहत संचालित हैं। इस संगठन से प्रत्येक जाति,धर्म मजहब व सम्प्रदाय के सेवा भावी व्यक्ति सहर्ष जुड़ सकते हैं, और भगवान महावीर के आदर्शों के तहत प्राणी मात्र की सेवा में योगभूत बन सकते हैं।

 वर्ष 2022 के कार्यकाल में सीकर-झुंझनु जोन में जोन चेयरमैन वीर श्री श्याम सुंदर जालान आदि वीरों के प्रयासों से 2 जुलाई 2022 को एक ही दिन में 11 नए सेंटरों का आगाज हुआ जो संगठन की स्थापना से लेकर आज तक का एक अनूठा रिकॉर्ड बना है। बंगाल की धरा कोलकोता शहर में भी बंग भूमि के रूप में एम आई की शाखा प्रारम्भ हो चुकी है जिसमें तमाम सदस्य बंगाल मूल से है। महावीर इंटरनेशनल के सेवा व्रती परिवार में सभी का स्वागत हैं।

सात समंदर पार विराओं ने अमूधा अंतर्राष्ट्रीय वीरा अधिवेशन कर प्रस्तुत किया अनूठा उदाहरण

विराओं द्वारा सात समंदर पार मिडिल ईस्ट स्थित दुबई की धरा पर 14 से 18 ऑक्टोबर 2024 को अंतर्राष्ट्रीय वीरा अधिवेशन ‘अमूधा’ आयोजित किया गया, जिसमें 125 विराओं ने विदेशी धरा पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। यही नही वीरा डॉ रश्मि सारस्वत व वीरा अलका दूधोडिया सहित अनेक विराओं की समर्पित टीम ने जयपुर में ‘अम्बा’ व उदयपुर में ‘जज्बा’ का वीरा अधिवेशन करा कर अपनी जागरूकता का अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया। 5-6 जुलाई 2025 को जयपुर में आयोजित स्वर्ण जयंती के उपलक्ष में आयोजित सेलिब्रेशन की रूपरेखा, अतिथि आमंत्रण, बिड़ला ऑडिटोरियम की बुकिंग, वोकथोंन व इस हेतु टीशर्ट बनवाने, प्रायजकों से सम्पर्क, व तमाम तरह की तैयारियों की बेहतरीन भूमिका डॉ रश्मि सारस्वत, वीरा अलका दूधोडिया आदि विराओं ने बखूबी निभाई है, इस हेतु विराओं की टीम दिन दिन रात जुटी रही, इसी तरह सेल्यूट गोल्डन थ्रेड के ऑनलाइन लाइव प्रसारण व एंकरिंग का दायित्व में भी विराओं की सराहनीय भूमिका रही है।

ई चोपाल बना संवाद सेतु,

महावीर इंटरनेशनल के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष वीर सी ए श्री अनिल जी जैन ने स्वर्ण जयंती के मद्देनजर ई चौपाल का सुझाव दिया और 23 ऑक्टोबर 2024 को ई चौपाल का शुभारम्भ भी हो गया तथा ये ई चौपाल वीर-विराओं के लिए संवाद सेतु के रूप में उभर कर सामने आई। ई चोपाल से जुड़े मुख्य संयोजक वीर श्री रतनलाल फलोदिया, संयोजक नागरमल चौपड़ा आदि वीर-विराओं सहित 4 वीरों व 7 विराओं ने ई चोपाल को लोकप्रिय बनाने हेतु सराहनीय प्रयास किया, ई चोपाल के लगभग 517 प्रसारण हुए जो कि एक अनुकरणीय पहल है। इसी तरह इस सेलिब्रेशन के सिलसिले में सेल्यूट द गोल्डन थ्रेड का लाइव प्रसारण व ऊपयोगी साबित हुआ, कुल 90 दिनों में 13 दिनों का रविवारीय अवकाश को छोड़ 77 प्रसारणों में 135 महानुभावों का साक्षात्कार सन्गठन से जुड़े वीर विराओं ने लिया।

5-6 जुलाई को स्वर्ण जयंती का मुख्य आयोजन बिड़ला ऑडिटोरियम जयपुर में। आगाज हुआ था दिल्ली से

महावीर इंटरनेशनल अपनी स्थापना के 50 वर्ष पूर्ण कर अब 51 वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है व स्वर्णजयंती मनाने का आगाज़ 7 जुलाई 2024 को दिल्ली केंट विस्तार के मानिक शाह ऑडिटोरियम में पूर्व राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविन्द सहित अनेक गणमान्यों की उपस्थिति में हुआ था। स्वर्णजयंती निमित देश भर में सेवारत विभिन्न शाखाओं द्वारा आयोजनों की श्रंखला सी चली व अब 5 व 6 जुलाई 2025 को जयपुर के बिड़ला ऑडिटोरियम में इस संगठन की स्थापना की स्वर्ण जयंती के उपलक्ष में विशाल आयोजन होने जा रहा है जिसमें देश भर के तमाम रिजनो व जोन स्तर में समाहित एम आई शाखाओं से जुड़े हजारों वीर-विराएं अपनी सहभागिता दर्ज कराएंगे व इस आयोजन का गौरव बढ़ाएंगे। अतः सभी से निवेदन है कि आएं और जुड़े अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष वीर श्री अनिल जैन एंव महामन्त्री वीर श्री अशोक गोयल तथा विभिन्न पदाधिकारियों के कुशल नेतृत्व में संचालित इस परिवार से और तय करें सेवा की नई मंजिल। व लिखें सेवा का नया अध्याय….

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आलेख- वीर गणपत भंसाली

इंटरनेशनल वाइस प्रेसिडेंट (रीजन-8)

महावीर इंटरनेशनल (अपेक्स)

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निस्वार्थ सेवा के 5 दशक पूर्ण समर्पण के साथ सम्पन्न व अब छठे दशक की और प्रस्थान..

Santosh Kumar Garg

Beauro Chief Balotra Rajasthan

Santosh Kumar Garg

Beauro Chief Balotra Rajasthan

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