
ब्यूरो चीफ सन्तोष कुमार गर्ग
अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के अवसर पर सामाजिक सुरक्षा फेडरेशन ऑफ इंडिया (नई दिल्ली), गुजरात प्रदेश, राष्ट्रीय जन कल्याण ट्रस्ट, बनासकांठा श्रमजीवी युवा विकास संघ, भारतीय मजदूर संघ और अन्य सहयोगी संस्थाओं के संयुक्त तत्वावधान में राज्यभर में श्रमिक सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे।
इन सम्मेलनों का उद्देश्य असंगठित क्षेत्र के मजदूरों, आउटसोर्सिंग से जुड़े कर्मचारियों, आंगनवाड़ी वर्कर्स, आशा कार्यकर्ताओं, मिड-डे मील कर्मचारियों और अन्य कच्चे कर्मचारियों के न्यूनतम वेतन, सामाजिक सुरक्षा, और स्थायी रोजगार जैसे अधिकारों को सुनिश्चित कराना है।
सम्मेलन के दौरान मुख्यमंत्री गुजरात, जिला कलेक्टरों और अन्य संबंधित अधिकारियों को औपचारिक आवेदन पत्र सौंपे जाएंगे, जिनमें सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के अनुरूप सभी अस्थायी कर्मचारियों को स्थायी करने और उन्हें श्रम कानूनों के दायरे में लाने की मांग की जाएगी।
दयाभाई करण, जो कि सोशल कॉर्पोरेट चेयरमैन एवं सामाजिक सुरक्षा फेडरेशन ऑफ इंडिया के वरिष्ठ पदाधिकारी हैं, उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है कि सरकार असंगठित क्षेत्र के करोड़ों मजदूरों की आवाज सुने और उनके हक के लिए ठोस कदम उठाए।
इस आंदोलन के माध्यम से मजदूर संगठनों का मकसद है कि देश की रीढ़ माने जाने वाले श्रमिकों को न केवल समान वेतन, बल्कि सम्मानजनक जीवन का अधिकार भी दिलाया जाए।