जम्मू कश्मीरपुंछब्रेकिंग न्यूज़

छतराल में पुल फिर से बहा, जनाक्रोश चरम पर: जिम्मेदारी कौन लेगा?

संवाददाता अमरजीत सिंह पुंछ

 

मेंढर, 25 जून 2025: हाल ही में निर्मित छतराल पुल एक बार फिर बाढ़ में बह गया है, जिससे हजारों निवासी तहसील मेंढर और जिला मुख्यालय पुंछ से पूरी तरह कट गए हैं। यह घटना उस वक्त सामने आई है जब मानसून के सीजन में पुल का उपयोग बेहद जरूरी था। पुल के दोबारा बह जाने से जनाक्रोश फैल गया है और इसके निर्माण की गुणवत्ता और प्रशासनिक निगरानी को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।

सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ता तनवीर इकबाल कुरैशी, जिन्होंने पुल के निर्माण के समय ही आपत्ति दर्ज कराई थी, ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “मैंने बार-बार चेतावनी दी थी कि पुल कमजोर ढांचे और अवैज्ञानिक डिज़ाइन के आधार पर बनाया गया है, मगर प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया। आज हजारों लोग प्रशासन की लापरवाही और ठेकेदार की लालच का खामियाजा भुगत रहे हैं।”

कुरैशी ने यह भी आरोप लगाया कि पुल के निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग किया गया, जिससे इसकी सुरक्षा और विश्वसनीयता प्रभावित हुई। कई शिकायतें दर्ज कराने के बावजूद प्रशासन और संबंधित विभागों ने कोई गंभीर कदम नहीं उठाया।

उन्होंने जिला प्रशासन और लोक निर्माण विभाग (PWD) के अधिकारियों को जनहित और जनसुरक्षा से जुड़े मुद्दों की अनदेखी करने के लिए जमकर लताड़ा।

“अगर प्रशासन के पास सुरक्षित और टिकाऊ पुल बनाने के लिए फंड नहीं है तो सार्वजनिक तौर पर बताए। छतराल की जनता चंदा इकट्ठा करके एक नया पुल बनाने को तैयार है, ताकि बच्चों को स्कूल जाने में, मरीजों को अस्पताल ले जाने में और किसानों को मंडियों तक पहुंचने में जान जोखिम में न डालनी पड़े,” कुरैशी ने कहा।

स्थानीय लोगों का कहना है कि पुल बहने से पूरा क्षेत्र कट गया है। स्कूली बच्चे, बुजुर्ग और मरीज सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं। आपातकालीन चिकित्सा सेवाएं, परिवहन और खाद्य आपूर्ति पूरी तरह बाधित हो गई है।

स्थानीय नागरिकों ने पुल के निर्माण में हुए घोटाले की उच्चस्तरीय जांच और जिम्मेदार ठेकेदार व निगरानी अभियंताओं के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई की मांग की है। लोगों का कहना है कि यह हादसा तकनीकी खामियों से कहीं अधिक प्रशासनिक लापरवाही और भ्रष्टाचार का ज्वलंत उदाहरण है।

बाढ़ का पानी जैसे-जैसे बढ़ रहा है, छतराल से उठने वाली आवाजें और तेज हो रही हैं —

“आखिर जिम्मेदारी लेगा कौन? कब तक चेतावनी और नुकसान सहने होंगे?”

तनवीर कुरैशी समेत समूचा क्षेत्र अब चुप बैठने को तैयार नहीं है।

Viyasmani Tripathi

Cheif editor Mobile no 9795441508/7905219162

Related Articles

Back to top button