
ब्यूरो चीफ सन्तोष कुमार गर्ग
जसोल :- साध्वीश्री अणिमाश्री जी ठाणा – 5 के सान्निध्य में श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथी महासभा के तत्वावधान में सिवांची मालाणी तेरापंथ क्षेत्रीय संस्थान द्वारा आयोजित पांच दिवसीय जोधपुर संभागीय बालिका संस्कार निर्माण शिविर सिवांची मालाणी भवन, असाडा रोड़ में कार्यक्रम समायोजित हुआ। इस शिविर का अवलोकन करने के लिए सिवांची मालाणी क्षेत्र के भाई – बहिन उपास्तिथ हुए। शिविर का सुंदर व्यावस्तिथ संचालन देखकर सब हर्ष विभोर हो गए।
साध्वीश्री अणिमाश्री जी ने अपने ओजस्वी प्रेरणादायी उदबोधन में कहा कि संस्कार निर्माण शिविर जीवन की प्रयोगशाला का महत्वपूर्ण प्रयोग बने। संस्कार जीवन की अमूल्य धरोहर हैं। संस्कार व्यक्तित्व को संवारने वाला तत्व है। कृतित्व को निखारने वाला तत्व है। अस्तित्व को ठोस धरातल देने वाला तत्व हैं। आप सभी कन्याएं संस्कारो का संवधन एवं संरक्षण के लिए हर पल जागरूक रहे। आज शिविर तो संपन्न हो रहा पर जीवन विकास का क्रम प्रारंभ हो रहा है। आप अब संस्कारो के उत्तुंग शिखर पर आरोहण करें। आपके चेहरे पर संस्कारो का तेज हो। जीवन गुलशन संस्कारो के सुमनों से सुवासित हो।
साध्वीश्री जी ने कहा कि हर कन्या को अपने जैनत्व के संस्कारों की सुरक्षा करनी है। संस्कृति व संस्कारो के पहरेदार बनना है। आज अपसंस्कृति की हवा, जीवन शैली को प्रभावित कर रही है। शराब, हुक्का की किशोर व युवापीढ़ी की शान, पहचान और शौक बन रहे हैं। आपको ऐसी पहचान नही बनानी है।में चाहती हो किशोरों में समागत हर कन्या शराब व हुक्के के सेवन का त्याग करें ताकि आपके जीवन संवर जाए। आप सब के लिये रॉल मॉडल हो, यह हमारी अपेक्षा है। यह शिविर आपके जीवन का यादगार पल बने। यह तब होगा जब आप नई दिशा में कदम बढ़ाएंगे।
साध्वीश्री ओजस्वी प्रेरणा को सुनकर कार्यक्रम में उपस्थित लगभग 200 कन्याओं ने एवं सेकड़ो भाई बहिनों ने शराब व हुक्के का त्याग कर शिविर को सफल बनाया।
साध्वीश्री ने कहा कि सिवांची मालाणी क्षेत्रीय तेरापंथ संस्थान के अध्यक्ष शांतिलाल डागा की पूरी टीम, शिविर सयोंजक डूंगरचंद सालेचा व उनकी टीम के श्रम, उत्साह एवं उदार व्यवस्था ने कार्यक्रम की सफलता में चार चांद लगाये है। प्रशिक्षक सीए राकेश खटेड व याशिका खटेड का अत्यधिक श्रम मुखर हुआ है। श्रीमती राजेश्वरी तातेड़, प्रज्ञा सालेचा व ममता गोलेच्छा का भी योगदान रहा है। आसपास की तेरापंथ सभा, तेयुप, महिला मंडल एवं ज्ञानशाला की प्रशिक्षिकाओ ने भी समय देकर श्रमदान किया है। सभी के प्रति अहोभाव के साथ साधुवाद।
डॉ. साध्वी सुधाप्रभा एवं संस्थान मंत्री भंवरलाल भावाणी ने कार्यक्रम का कुशल संचालन किया।
तेरापन्थ महासभा उपाध्यक्ष निर्मल गोखरू भीलवाड़ा, संस्थान अध्यक्ष शांतिलाल डागा, प्रशिक्षक सीए राकेश खटेड, केंद्रीय संयोजक धनराज ओस्तवाल, शिविर सयोंजक डूंगरचंद सालेचा, मंत्री भँवरलाल भावाणी, आईएएस ऑफिसर टी.सी.बोहरा आदि प्रबुद्ध वक्ताओं ने सुंदर भावो की प्रस्तुति दी।
पांच दिनों तक सभी साध्वीवृन्द एवं प्रशिक्षकों ने व्यावस्तिथ सघन प्रशिक्षण दिया। शिविर में कन्याओं ने पच्चीस बोल पर सुंदर रील बनाई एवं ड्राइंग कॉम्पिटेशन भी रखा गया। जिसमें कन्याओं ने सुंदर चित्र का निर्माण किया। शिविर में समागत सभी कन्याओं ने साध्वीश्री जी द्वारा रचित गीत मनमोहक, रोचक, भव्य दृश्य प्रस्तुति दी। जिसे देखकर हर कोई हर्ष विभोर व भावविभोर हो गया। मंगल संगान फलसूंड, सवाऊ पदमसिंह व शेरगढ़ की बालिकाओं ने किया।