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पुलिस हिरासत में राजमन की जान को खतराः सरदार सेना ने सौंपा ज्ञापन न्याय की मांग

ब्यूरो चीफ सचिन कुमार कसौधन
बस्ती। शनिवार को सरदार सेना जिलाध्यक्ष विनय चौधरी और समाजसेवी प्रदीप यादव ने पीडित परिवार के साथ जिलाधिकारी को सम्बोधित ज्ञापन उप जिलाधिकारी को सौंपा। मांग किया कि लालगंज थाना क्षेत्र के सिद्धनाथ गांव निवासी राम कमल के 17 वर्षीय पुत्र राजमन को पुलिस 25 मई को घर से उठाकर थाने ले गई। लम्बा समय बीत जाने के बावजूद पुलिस ने उस पर न तो कोई आरोप लगाया न ही उसे अदालत में ही पेश किया गया। परिजनों कोआशंका है कि पुलिस राजमन के साथ किसी भी घटना को अंजाम दे सकती है। पुलिस हिरासत में उसकी हत्या या इन्काउन्टर की भी आशंका है।
सरदार सेना के प्रदेश उपाध्यक्ष बृजेश पटेल ने ज्ञापन देने के बाद मांग किया कि राजमन को या तो थाने रिहा कराया जाय या पुलिस के पास यदि कोई मामला हो तो उसे न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जाय। कहा कि लालगंज थाना क्षेत्र के सिद्धनाथ गांव में मासूम बालिका के साथ दुराचार और हत्या मामले में पुलिस आये दिन गांव के लोगों को पूंछताछ के नाम पर उठाकर थाने ले जाती है और उनका उत्पीड़न किया जाता है। कहा कि लालगंज पुलिस बालिका की निर्मम हत्या करने वालों का खुलासा कर कड़ी कार्रवाई की जाय किन्तु ग्रामीणों का पूंछताछ के नाम पर आये दिन का उत्पीड़न बंद किया जाय।
डीएम को सम्बोधित ज्ञापन उप जिलाधिकारी को देने वालों में मुख्य रूप से मंजीत चौधरी, आकाश पटेल, सर्वेश चौधरी, अभिषेक चौधरी, संदीप निषाद, अखिलेश प्रजापति, अजीत, राजू यादव, शिव देवी, मंजू, अनीता, कुसुम, रीता, अंकित चौधरी, संध्या, लक्ष्मी शर्मा, ऊषा देवी, कृपाशंकर गुप्ता, वीरेन्द्र कुमार, राम प्रसाद, छोटेलाल चौधरी, राम अजोर, राजन, विशाल कुमार, रामयज्ञ, अनूप कुमार, रूमा देवी, कोईला देवी, सुनीता के साथ ही सरदार सेना के पदाधिकारी और ग्रामीण शामिल रहे।