एक लक्ष्य को लेकर जो व्यक्ति चलता है निश्चित रूप से उसे अपनी मंजिल मिलती है ऐसा ही स्वरूप आज हमारी संस्था में आए हुए मेहमानों में से राजस्थान से पधारे हुए डॉक्टर जी आर गुप्ता जो अपना एक ही लक्ष्य लेकर चल रहे हैं जीव जंतु प्राणी मनुष्य साधु संतों की सेवा आपने अपना जीवन पूर्ण रूपेण संतों की भांति समाज को अर्पण किए हुए हैं आप एक गौ भक्त के साथ-साथ गायत्री भक्त भी हैं आप सदैव पशु पक्षी आदि सभी की सेवा में तत्पर रहते हैं आपका संतों पर बहुत ज्यादा ध्यान रहता है उनके स्वास्थ्य फिक्र करते हुए अपने 2017 से वृंदावन में एक ओपीडी चालू कर रखी है उसके माध्यम से आप जरूरतमंद सभी लोगों की स्वास्थ्य की देखभाल करते हैं आप गायत्री भक्तों होने के नाते भिवाड़ी में भी एक विशाल नौ कुंडीय की साल गायत्री परिवार के माध्यम से उसमें अनेकों प्रकल्प भी आप गायत्री परिवार के सानिध्य में चलना चाह रहे हैं जैसे पक्षियों के लिए चुग साला स्वास्थ्य का ख्याल करने के लिए योगशाला बच्चों में संस्कार देने के लिए संस्कारशाला जरूरतमंद महिलाओं को प्रशिक्षण देने के लिए सिलाई केंद्र ऐसा है लोग उनके स्वास्थ्य की रक्षा के लिए एक ओपीडी भी चालू करना चाह रहे हैं संत निवास में हो बनाना चाह रहे हैं एक विशाल हॉल बनाकर उसमेंआप नित्य प्रतिदिन भंडारे की व्यवस्था का भी आयोजन की व्यवस्था में लगे हुए हैं इतने बड़े-बड़े काम समाज के लोगों को साथ लेकर करने के लिए एक बहुत बड़ा यज्ञ करना होता है आपका एक ही लक्ष्य है हनुमान जी की तरह रामकाज की ने बिना मोहि कहा विश्राम ऐसे व्यक्तियों से समाज के प्रत्येक व्यक्तियों को प्रेरणा लेनी चाहिए तथा समाज में नर सेवा नारायण सेवा के रूप में जानते हुए करते रहना चाहिए ताकि हम पुण्य के भागीदार बन सके