हत्यारोपियों की गिरफ्तारी ना होने पर विभिन्न संगठनों ने किया रोष प्रदर्शन- न्याय के लिए सरकार को लिखा पत्र
अग्रोहा मोर्चरी में रखे शव के साथ चौथे दिन भी ग्रामीण व संगठनों का धरना जारी
ब्यूरो चीफ सतीश कुमार महेंद्रगढ़ हरियाणा
प्रताड़ित होकर 07 जून को रामायण (हिसार) निवासी रोशनलाल ने सुसाइड नोट लिखकर की थी आत्महत्या
नारनौल, 11 जून
प्रताड़ित होकर 07 जून को रामायण (हिसार) निवासी रोशनलाल द्वारा सुसाइड नोट लिखकर की गई आत्महत्या के मामले में आरोपित मनदीप मलिक को गिरफतार ना करने व पुलिस द्वारा मामले को रफा-दफा करने की अव्यवहारिक कार्यशैली के विरोध में ग्रामीण व विभिन्न सामाजिक संगठन गत चार दिन से अग्रोहा में रखे शव के साथ धरना देकर न्याय के लिए विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस मामले में कड़ा संज्ञान लेते हुए सर्व अनुसूचित जाति संघर्ष समिति के तत्वावधान में विरोध प्रदर्शन बैठक का आयोजन गुरु रविदास मंदिर में प्रधान चन्दन सिंह जालवान की अध्यक्षता में किया गया । रोष प्रदर्शन बैठक का संचालन हरियाणा एससी बीसी महासभा के महासचिव एवं कबीर सामाजिक उत्थान संस्था दिल्ली के प्रमुख सलाहकार बिरदी चंद गोठवाल द्वारा किया गया । बैठक में इस जघन्य हत्या की घोर भर्त्सना की गई और समिति के प्रधान चन्दन सिंह जालवान, महासचिव बिरदी चंद गोठवाल, अखिल भारतीय आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति के उपाध्यक्ष लाला राम नाहर, गुरु रविदास महासभा के प्रधान बलबीर सिंह बबेरवाल, हरियाणा प्रदेश चमार महासभा के प्रधान अनिल फाण्डन, महर्षि वाल्मीकि सभा के प्रधान जोगेंद्र जैदिया, खटीक सभा के पतराम खिंची, धानक सभा के शिवनारायण मोरवाल, कोली सभा के तोताराम, संघर्ष समिति नांगल चौधरी के रोहतास बबेरवाल, भारत मुक्ति मोर्चा के जगदीश महायच, अटेली के प्रभु दयाल, भारतीय सामाजिक परिवर्तन संघ के सुमेर सिंह गोठवाल व कबीर सामाजिक उत्थान संस्था दिल्ली के प्यारेलाल चवन आदि ने अपने संयुक्त हस्ताक्षर युक्त पत्र राष्ट्रपति, राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग, राज्यपाल, मुख्यमंत्री व हरियाणा पुलिस के उच्चाधिकारियों को पत्र लिखकर हत्या के दोषियों को गिरफ्तार करने के साथ साथ मृतक के आश्रितों को 50 लाख रुपए देने व परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी मुहैया कराने की मांग की है । मामले की विस्तृत जानकारी देते हुए संघर्ष समिति के महासचिव बिरदी चंद गोठवाल ने बताया कि मृतक का मनदीप मलिक के साथ लेन-देन का मामला है जिसकी एवज में मलिक ने मृतक से 4-5 खाली चैक हस्ताक्षर करवाकर ले लिए थे । इस लेन-देन के मामले में मलिक मृतक को गत काफी समय से प्रताड़ित कर रहा था और वर्ष 2021 में रोशनलाल द्वारा पंचायत में हिसाब-किताब लिखित रूप में चुकता कर दिया था । मलिक द्वारा यह भी लिखकर दे दिया था कि अब उसका लेन-देन पूरा हो चुका है और खाली चैक भी उसे जल्दी वापिस कर देगा, परंतु बदनियती के चलते मलिक द्वारा अपने ही एक साथी से इन चैकों में धोखाधड़ी से लाखों रुपए की रकम भरकर अदालत में लगा दिया जिसके चलते रोशनलाल को झूठे मामलों में बार बार अपनी जमानत करवानी पड़ी और इस विकट मजबूरी में रोशनलाल ने फतेहाबाद के गांव बड़ोपल में आत्महत्या कर ली। दोषियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में रखे शव के साथ परिजन व विभिन्न संगठन गत चार दिन से धरने पर बैठे हैं और एडवोकेट रजत कल्शन व अन्य अधिवक्ताओं की अगुवाई में दोषियों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर लगातार रोष प्रदर्शन कर नारेबाजी कर रहे हैं, परंतु सरकार व प्रशासन इस मामले में मौन हैं । यहां यह अचरज का विषय है कि राजनीतिक दबाव के चलते पुलिस मामले को रफा-दफा करने पर आमादा है । समिति के प्रधान चन्दन सिंह जालवान व हरियाणा प्रदेश चमार महासभा के प्रधान अनिल फाण्डन ने अपने संयुक्त ब्यान में बताया कि मृतक के सुसाइड नोट में दोषी का नाम उजागर होने के बाद भी मूकदर्शक बनकर दोषियों को गिरफ्तार ना करने से यह स्पष्ट होता है कि पुलिस दोषियों से मिली हुई है और इस प्रकार पुलिस की अव्यवहारिक कार्यशैली एक संदेह के घेरे में आती है । इससे यह भी जाहिर है कि हत्या और अत्याचार के संगीन मामलों को रोकने में हरियाणा सरकार विफल हो रही है।
हरियाणा के विभिन्न संगठनों ने इस निर्मम हत्या की घोर भर्त्सना की है और सरकार को चेतावनी दी है कि सर्व अनु0 जाति संघर्ष समिति अपने सहयोगी संगठनों के साथ शव के साथ धरने पर बैठे ग्रामीण व संगठनों को न्याय दिलाने के लिए कंधे से कंधा मिलाकर पूरजोर संघर्ष करेगा ।
इस अवसर पर संघर्ष समिति के रामकुमार ढै़णवाल, हरि सिंह रेवाला, जयपाल सिंह, रामनिवास, रामचंद्र गोठवाल, दयानंद सांवरिया, मेघवाल समिति अलवर के सुन्दर लाल भटेड़िया, सचिव हजारीलाल खटावला, अमरनाथ सिरोहा, हरफूल सिंह, हरिराम सिरोहा, लेखराज, अमर सिंह राठौड़, गुगन राम, धर्मवीर कटारिया, बीरसिंह बहोत, त्रिलोक चंद सारवान, प्रीतम सारसर, राजेश कुमार दिल्ली, आर आर प्रभाकर, लक्ष्मीचंद, महेंद्र सिंह, बलबीर सिंह हुडीना, गजराज सिंह आदि उपस्थित रहे।