
ब्यूरो चीफ सतीश कुमार की रिपोर्ट
नारनौल, 15 मार्च
सर्व अनुसूचित जाति संघर्ष समिति के तत्वावधान में विभिन्न सामाजिक संगठनों के साथ समिति के प्रधान चन्दन सिंह जालवान की अध्यक्षता में समाज सुधारक और आंदोलन के नायक साहेब कांशीराम की 89वीं जयंती कार्यक्रम का आयोजन महेंद्रगढ़ रोड़ स्थित संघर्ष समिति कार्यालय में करते हुए उनके चित्र पर माल्यार्पण कर शुभारंभ किया गया । इसके साथ ही सभी सदस्यों द्वारा पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया गया । कार्यक्रम का संचालन हरियाणा एससी बीसी महासभा के महासचिव एवं कबीर सामाजिक उत्थान संस्था, दिल्ली के प्रमुख सलाहकार बिरदी चंद गोठवाल द्वारा करते हुए बताया कि बहुजन नायक कांशीराम का जन्म 15 मार्च 1934 को पंजाब के रोपड़ जिले में हुआ था । उन्होंने बीएससी की डिग्री हासिल कर 1958 में पूना में रक्षा उत्पादन विभाग में सहायक वैज्ञानिक के रूप में नौकरी की शुरूआत की। इसी दौरान वर्ष 1965 में डॉ भीमराव अम्बेडकर के जन्मदिवस पर सार्वजनिक अवकाश रद्द करने के विरोध में संघर्ष किया। यहीं से बाबा साहेब व ज्योतिबा फुले के संघर्षों से प्रेरित होकर उनके कारवां को आगे बढ़ाया ।
संघर्ष समिति के प्रधान चन्दन सिंह, हरियाणा अजा एवं पिछड़ा वर्ग महासभा के प्रधान बिशन कुमार सैनी, जांगिड़ सभा के सुरेश बौद्ध, चमार महासभा के जिला प्रधान अनिल फाण्डन, पूर्व डीजीएम महेंद्र सिंह खन्ना, कोषाध्यक्ष प्यारेलाल चवन आदि ने अपने अपने सम्बोधन में बहुजन नायक, दलित व शोषित समाज के मसीहा कांशीराम की जीवनी पर विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि उन्होंने सहकर्मियों के साथ मिलकर बामसेफ व दलित शोषित समाज संघर्ष समिति का गठन कर अपने मिशन को आगे बढ़ाया। अपने राजनीतिक जीवन में भी बेमिसाल योगदान देते हुए शोषित समाज के लोगों को आवाज बुलंद की प्रेरणा देते हुए बहुजन समाज पार्टी की स्थापना की। मान्यवर कांशीराम जीवन पर्यन्त दलित और शोषित समाज के लिए संघर्षरत रहे।
इस अवसर पर संघर्ष समिति प्रमुख सलाहकार शिवनारायण मोरवाल, उपाध्यक्ष एवं पूर्व डीएफओ बीर सिंह गोठवाल, पूर्व लेखाधिकारी रामकुमार ढ़ैणवाल, खटीक सभा के खण्ड प्रधान पतराम खिंची, खण्ड प्रधान रोहतास बबेरवाल, पूर्व चीफ मैनेजर विजय सिरोहा, सचिव हजारीलाल खटावला, मास्टर सुमेर सिंह गोठवाल, रामभरोस भीम, अमरनाथ सिरोहा, पूर्व वरिष्ठ प्रबंधक जयपालसिंह, हरीराम महारानियां, शेर सिंह, रामचंद्र गोठवाल, अतर सिंह, जसवंत भाटी, महेंद्र गोठवाल, प्रवीण प्रजापत आदि अनेक सदस्य उपस्थित रहे ।