
ब्यूरो चीफ सतीश कुमार की रिपोर्ट
नारनौल, 17 फरवरी। जिला रेडक्रास समिति की ओर रेडक्रास भवन में जिला अस्पताल कल्याण अनुभाग की अध्यक्षा डा. ज्योति आभीर की अध्यक्षता में चल रहे पाचं दिवसीय यूथ रेडक्रास शिविर का समापन समारोह कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्यातिथि के तौर उपायुक्त डा. जयकृष्ण आभीर ने शिरकत की। कार्यक्रम में विशिष्ठï अतिथि के तौर हरियाणा दिव्यागजंन आयुक्त राजकुमार मक्कड़ मौजूद थे।
उपायुक्त डा. जयकृष्ण आभीर ने संबोधित करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य कार्यक्रम में भाग ले रहे विभिन्न कालेजों के छात्रों को सामाजिक कार्य करने के लिए प्रेरित करना है ताकि किसी भी कार्य को करने के लिए सक्षम हो सकें। इस प्रकार के कार्यक्रमों से आपसी सौहार्द व एकजुटता की भावना भी पैदा होती है। उन्होंने कहा कि रेडक्रास सोसायटी का सड़क सुरक्षा, असहाय की सहायता करने, सड़क दुर्घटना में अस्पताल तक पहुंचाना, रक्तदाना शिविर लगाना, दिव्यांगजन को कृत्रिम अंग वितरित करना, भू्रण हत्या रोकने व अन्य सामाजिक कार्यों में अहम योगदान होता है।
उन्होंंने कहा कि महेद्रगढ मिशन अपना जल की शुरूआत एक पानी को एकत्रित करने से की थी आज पूरा जिला मेंं अपनी पहचान बना रखी है। इसमें सभी आयु वर्ग के व्यक्ति हैं। कार्य से ही व्यक्ति की पहचान बनती है। इस संस्था से जुड़ना भी एक मुहिम में शामिल होना है। उन्होंने कहा कि लगभग 1 वर्ष के अंदर 100 से अधिक लोग रेडक्रास के आजीवन सदस्य बन चुके हैं। इसमें आमजन, डॉक्टर, अध्यापक व युवा व बच्चे भी शामिल हैं। ये सभी आजीवन सदस्य सामाजिक कार्यों में अपना-अपना सहयोग दे रहें हैं। इस मौके पर उन्होंने विभिन्न प्रतियोगिता के विजेता प्रतिभागियों को सम्मानित किया।
इस मौके पर हरियाणा दिव्यागजंन आयुक्त राजकुमार मक्कड़ ने संबोधित करते हुए कहा कि जिला रेडक्रास सोसायटी की पहचान एक मददगार के रूप में होती है। रेडक्रास समिति दिव्यागजनों की सहायता के साथ-साथ उनके पथ प्रदर्शक बन उनके कल्याण के लिए क्रियान्वित योजनाओं का लाभ उठाने तक सहयोग करती है। उन्होंने कहा कि रेडक्रास सोसायटी आमजन को विषम परिस्थितियों में आशा की किरण दिखाने का कार्य करती है। दिव्यांगजन को आज दया की नहीं बल्कि मागदर्शन की आवश्यकता है। उनकी प्रतिभाओं की पहचान को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करना हम सबका दायित्व है। सरकार ने दिव्यांगजनों के कल्याण के लिए अनेक कल्याणकारी नीति बनाई हुई हैं लेकिन जानकारी के अभाव में यह इनका लाभ नहीं उठा सकते। उन्होंंने कहा कि दिव्यांगजनों के लिए नौकरियों, रेल यात्रा, विमान यात्रा, शिक्षा व उपचार के लिए सुविधाएं दी हुई हैं। किसी भी योजना का लाभ उठाने के लिए प्रमाण पत्र पहली कड़ी है। रेडक्रास सोसायटी के आजीवन सदस्यों से गांव-गांव में सर्वे करके प्रमाण पत्र बनवाने में सहयोग देने की अपील की। किसी के द्वारा की गई एक छोटी सी शुरूआत मुहिम बन कर सामने आती है। इस मौके पर आयुक्त राजकुमार मक्कड़ ने जिला रेडक्रास सचिव श्याम सुंदर के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि इस जज्बे को इसी प्रकार जारी रखें। कार्यक्रम में मंच संचालन डा. ममता शर्मा ने किया।
इस मौके पर डा. ज्याति आभीर ने कहा कि रेडक्रास समिति के सदस्य गांव-गांव जाकर पांच-पांच युवाओं की टीम बनाएं। इस टीम में समस्त जिला में कम से कम 10 हजार सदस्य जुड़ जाएं ताकि वो जिला में जल सरंक्षण, सामाजिक कार्यों में बढ़चढ कर भाग लें। इस प्रकार के कार्यों से गांव के अन्य लोग भी प्रेरित होकर इस टीम में शामिल हो जाएंगे।
इस अवसर पर जिला अध्यक्ष राकेश शर्मा , सत्यव्रत शास्त्री, आरटीए राजकुमार, राजकीय महाविद्यालय से प्राचार्य पूर्ण प्रभा, जयपुर हार्ट अस्पताल से डा. एसएस यादव के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारी व कालेजों के विद्यार्थी मौजूद थे।