शासकीय उचित मूल्य की दुकान संचालक की दबंगई,
खाद्यान्न के लिए आए दिन परेशान होते नागरिक

जिला संवाददाता :- करण सिंह ठाकुर
गुना। शासकीय उचित मूल्य दुकानों पर इन दिनों कंट्रोल संचालक अपनी मानमानी पर उतर आएं हैं। इसका प्रमुख कारण अधिकारियों और कर्मचारियों से सांठगांठ होना बताया जा रहा है। राशन दुकान पर उपभोक्ता अपने हक का राशन लेने बार-बार चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन कंट्रेन संचालक उपभोक्ताओं के साथ अभ्रद व्यवहार कर रहा है, ऐसा प्रतीत होता है कि कंट्रोल संचालक उपभोक्ताओं को अपनी जेब से राशन दे रहा हो। शासन द्वारा गरीबों को उनके हक का राशन प्रतिमाह नियमित रूप से भेजा जा रहा है, लेकिन कंट्रोल संचालकों की मनमानी के चलते राशन बंटने से पहले ही ब्लैक हो जाता है और जब उपभोक्ता अपने हक का राशन लेने दुकान पर पहुंचे हैं तो उन्हें केवायसी का हवाला देकर चक्कर काटने पर मजबूर कर देते हैं। ऐसा ही एक मामला शुक्रवार को बीजी रोड स्थित वार्ड 21 की कंट्रोल दुकान पर देखने को मिला, जहां महिला राशन दुकान संचालित कर उपभोक्ताओं से अभ्रद व्यवहार कर रही है। उपभोक्ताओं ने बताया कि यह समस्य आज की नहीं, बल्कि प्रतिमाह इन समस्याओं से गुजरना पड़ता है। शिकायत करने पर भी अधिकारियों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जाती।
मजदूरी छोड़ सुबह से लाइन में लग जाते हैं उपभोक्ता कंट्रोल दुकान पर जब राशन वितरण देखने के लिए पत्रकार जालम सिंह पहुंचे तो उपभोक्ताओं ने बताया कि प्रतिमाह राशन लेने आते हैं, लेकिन कंट्रोल दुकानदार लाइन में लगने का हवाला देकर घंटों तक बैठाकर रखता है। हमसे बाद में आने वाले लोगों को आसानी से राशन दे दिया जाता है।
जब पूछते हैं कि राशन कब मिलेगा तो दुकानदार लाइन में लगे रहने को कहता है लाइन में लगे लगे सुबह से दोपहर हो जाती है पर दुकानदार अपने आपसी मिलने वालों को राशन देता रहता है।