अखिल भारतीय यादव महासभा अपना शताब्दी वर्ष मना रहा है एवं वर्ष 2023- राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. स्वपन कुमा घोस जी द्वारा एवं शताब्दी वर्ष समारोह के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री सत्यप्रकाश यादव जी के नेतृत्व में पूरे देश में लगातार महोत्सव मनाया जाएगा |

जिला संवाददाता : करण सिंह ठाकुर
गुना। अखिल भारतीय यादव महासभा द्वारा दिनांक :-18 नवम्बर 2022 को रेंजागला दिवस से शौर्य कलश यात्रा प्रारंभ हो चुकी है। जो गाँव -गाँव तक जायगी | जिसमे हमारी प्रमुख मांगे है अहीर रेजिमेंट गठन जातिगत जनगणना राजनीती में सशक्तिकरण हमारे समाज के वीर योध्याओं ने देश की आजादी एवं सुरक्षा के लिए हजारों संख्या में प्राण न्योछावर किये है चाहे वह 1962 का युद्ध हो या 1971 का कारगिल का युद्ध हो
अखिल भारतीय यादव महासभा का गठन 1962 में इलाहबाद के माघ मेले में हुआ था और गठन के बाद पहले अधिवेशन सन् 1924 में पूर्णिया (बिहार) में हुआ था जिसका 22 राज्यों में गठन है।सन् 2016 में तमिलनाडू के बेंगलुरु जिले में आल इन्द्रिया यादव महासभा अंग्रेजी नाम से रजिस्टर्ड हुई एक संस्था है जिसका कार्यक्षेत्र केवल तमिलनाडू है इस संस्था के पदाधिकारी के सेलवन के द्वारा अखिल भारतीय यादव महासभा का फर्जी हिंदी में लेटर पेड बनाकर फर्जी नियुक्तियां की जा रही है। जो धोखाधड़ी की धारा 420 का अपराध है समाज की एकता और अखंडता को तोड़ने वाले भ्रम फैलाने वाले एवं नकल करके अपने आप को अखिल भारत वर्षीय यादव महासभा का पदाधिकारी घोषित करने वालों के विरुद्ध पुलिस में एफ. आई. आर. और न्यायालय में केस दर्ज कराये जायंगे किसी भी स्थापित संगठन की नक़ल करके अपने आप को छदम रूप में प्रस्तुत 1 करके स्वयंभू पदाधिकारी घोषित कर लेना कानूनी अपराध है।अभी हाल ही में गुना में पत्रकार वार्ता के माध्यम से आर. एन. यादव द्वारा फर्जी तरीके से फर्जी कागजात का हवाला देकर कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष घोषित कर लिया है वह पूर्णत: फर्जी होकर अपराधिक कृत्य है । आर. एन. यादव अखिल भारतीय यादव महासभा के नातों कार्यवाहक अध्यक्ष है और ना ही उनका मध्यप्रदेश के यादव समाज को जोड़ने से कोई रिश्ता रहा है।आर. एन. यादव सिर्फ यादव जाति लिखकर समाज को क्षमित करते आये है। वह इस क्षेत्र में रहने वाले यादवों की जाति के भी नहीं है और वह कभी अपने आप को उत्तर प्रदेश में रहना बताते है उत्तर प्रदेश के राजनीती करते है कभी मध्यप्रदेश में फर्जी नौटंकी करने लग जाते हैं। वह उपरी दिखावे के आधार पर राजनीती में पद प्राप्त करने हेतु यह पहले से ही करते आ रहे है। यादव समाज में और जमीन पर उनका कोई आधार नहीं है इसीलिए सभी समाजजन उनकी चालबाजी से साबधान बने रहे | तथा वह फर्जी पधाधिकारी बने है उनके विरुद्ध कानूनी कार्यवाही की जावेगी एवं ऐसी किसी नियुक्ति को अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा एवं समाजजन मान्य नहीं करते है ।अभी हाल में अखिल भारतीय यादव महासभा के राष्ट्रिय अध्य्क्ष द्वारा प्रदेश अध्यक्ष जगदीश यादव की अनुसंशा पर राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्यों को 6 साल के लिए निष्कासित किया गया है | जिसमे आर. एन. यादव को निष्कासित किया गया है |